Railway : चार बार जांच के बाद नहीं हुई कार्रवाई तो धरने पर बैठी रेलवे यूनियन
जंक्शन पर मुख्य टिकट निरीक्षक (सीआइटी) भावेश कुमार को हटाने की मांग अभी तक 52 यात्रा टिकट परीक्षक (टीटीई) ही कर रहे थे। कि अब इस मामले में नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के पदाधिकारी भी उन्हें हटाने की मांग करने लगे हैं।
बरेली, जेएनएन। जंक्शन पर मुख्य टिकट निरीक्षक (सीआइटी) भावेश कुमार को हटाने की मांग अभी तक 52 यात्रा टिकट परीक्षक (टीटीई) ही कर रहे थे। कि अब इस मामले में नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के पदाधिकारी भी उन्हें हटाने की मांग करने लगे हैं। बुधवार को यूनियन के पदाधिकारियों ने टीटीई के साथ मिलकर जंक्शन के मुख्य प्रवेश द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया।
सीआइटी के खिलाफ जंक्शन के 52 टीटीई ने मंडल के अधिकारियों को लिखित शिकायत की थी। जिसमें अभी तक चार बार जांच होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। पिछले दिनों सीआइटी द्वारा अपने विजिलेंस के साथियों को बुलाने के बाद से मामले ने और तूल पकड़ लिया है। मंडल की छवि खराब होने से अब अधिकारी भी उनके खिलाफ हो गए हैं। बीते दिनों सहायक वाणिज्य अधिकारी मुरादाबाद मंडल नरेश कुमार ने बरेली पहुंचकर शिकायतकर्ता 52 में से 42 टीटीई का बयान लिया था।
सभी ने सीआइटी पर मानसिक उत्पीड़न, अवैध वसूली, महिला कर्मचारियों की रात में ड्यूटी लगाने से आरोप लगाते हुए बयान भी दर्ज कराए हैं। बुधवार को मुख्य प्रवेश द्वार पर धरने पर बैठे नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन के शाखा सचिव राजेश दुबे का आरोप है कि अधिकारी कार्रवाई करना नहीं चाहते हैं। उन्हें जब तक हटाया नहीं जाता है यूनियन के लोग मुख्य प्रवेश द्वार पर धरने पर बैठे रहेंगे। बुधवार को धरने की अध्यक्षता शाखा अध्यक्ष मुर्शरफ खां ने की। मुख्य रूप से मनोज कुमार, अब्दुल समद, एमएस चौधरी, वीके सिंह, बीआर सिंह, नीरज कुमार, अजय वर्मा, शिवशंकर मिश्रा, राकेश कुमार, अरविंद यादव, सईद खान, जितेश मीणा मौजूद रहे।