तेंदुए के खौफ में रेलवे कर्मचारी मशाल लेकर कर रहे पेट्रोलिंग
मंडल के सभी रेल खंड में तैनात पैट्रौलमैनों को सर्दी में सुरक्षित रेल संचलन के लिए पहले ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है। गायत्री नगर के पास जहां पर तेंदुआ देखा गया है वहीं पास में रेलवे ट्रैक भी है।
जासं, बरेली : त्रिशूूल एयरबेस कैंपस और कत्था फैक्ट्री के जंगलों में तेंदुए के होने की आहट से हर कोई दहशत में हैं। सर्दी की शुरुआत होते ही रेलवे की पटरियां चटकने के मामलों में बढ़ोतरी हो जाती है। ऐसे में सुरक्षित रेल संचालन के लिए डीआरएम इज्जतनगर आशुतोष पंत ने इंजीनियरिंग विभाग और नियंत्रण कक्ष के पेट्रोलमैनों को नाइट पेट्रोलिंग कराने के आदेश दिए हैं। इसके लिए सभी को जीपीएस उपकरण दिया गया है। साथ ही रोशनी की कमी और तेंदुए की दहशत से कर्मचारी हाथों में मशाल लेकर पेट्रोलिंग के लिए निकल रहे हैं।
सर्दियांं शुरू होते ही रेलवे का ट्रैक सिकुड़ने लगता है। ऐसे में रेल फ्रैक्चर और पटरी चटकने की संभावनाएं बढ़ जाती है। रेल फ्रेक्चर और पटरी चटकने की जानकारी होने पर पैट्रोलमैन तुरंत नियंत्रण कक्ष को सूचित करता है। इसके बाद इंजीनियरिंग विभाग के पर्यवेक्षक इस पर कार्रवाई करते हैं। जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि मंडल के सभी रेल खंड में तैनात पैट्रौलमैनों को सर्दी में सुरक्षित रेल संचलन के लिए पहले ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है। गायत्री नगर के पास जहां पर तेंदुआ देखा गया है वहीं पास में रेलवे ट्रैक भी है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि में ग्रुप बनाकर पेट्रोलिंग कराने के कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं। साथ ही हाथों में मशाल लेकर पेट्रोलिंग करने के लिए भी कहा गया है। इस पर काम शुरू हो गया है। कर्मचारी ग्रुप में मशाल लेकर पेट्रोलिंग कर रहे हैं। इस तरह से कर्मचारियों का बचाव होगा। क्योंकि तेंदुआ आग से डरता है।