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Lockdown-3 Update : बरेली में दिखी भूख, जरूरत और लत की कतार Bareilly News

तीसरे चरण में सरकार और लोगों में वह संजीदगी नहीं दिखती जो लोगों में लॉक डाउन के दूसरे चरण तक थी। इस बीच तमाम रियायतें दी जा रही हैं।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 06 May 2020 10:58 AM (IST)Updated: Wed, 06 May 2020 01:31 PM (IST)
Lockdown-3 Update : बरेली में दिखी भूख, जरूरत और लत की कतार Bareilly News
Lockdown-3 Update : बरेली में दिखी भूख, जरूरत और लत की कतार Bareilly News

बरेली जीएनएन। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 25 मार्च से लॉक डाउन शुरू किया गया था, जो अब तक जारी है । तीसरे चरण में सरकार और लोगों में वह संजीदगी नहीं दिखती, जो लोगों में लॉक डाउन के दूसरे चरण तक थी। इस बीच तमाम रियायतें दी जा रही हैं। सरकार या प्रशासन के चश्मे से देखें तो सरकारी कर्मचारियों के वेतन अर्थ, व्यवस्था जैसे बिंदु है। वहीं जनता अपनी जरूरतों को तलाश रही है। जिले में इस दौरान तीन तरह की लाइनें हैं । सबसे ज्यादा भीड़ लत की है, जिसने लॉक डाउन के सारे नियम और कानून तोड़ दिए है।

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जिला अधिकारी बोले

आज से नए सिरे से धारा 144 लगाई गई है। पुलिस से सख्ती से पाबंदी को लागू कराने के लिए कहा गया है। पूरा प्रशासन इन्हीं व्यवस्थाओं में दिन-रात लगा हुआ है। नीतीश कुमार, डीएम बरेली

 

सिर्फ गेंहू और चावल की दरकार

जिले में 19000 कोटे की दुकानों में इन दिनों लंबी लाइन है। रियायती दरों पर मिलने वाले इस अनाज के लिए लोग सुबह से जुटते हैं। कहीं शारीरिक दूरी के लिए पुलिस तक तैनात करनी पड़ रही है तो कहीं लोग खुद ही लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं लेकिन उनकी कोशिशों के पीछे सिर्फ दो वक्त के भोजन की व्यवस्था है।

 कोटेदारों की निगरानी के लिए पूर्ति इंस्पेक्टरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। रियायती और मुफ्त अनाज के लिए आवंटन शुरू हो चुका है । सीमा त्रिपाठी, जिला पूर्ति अधिकारी

 पेंशन चाहिए किसी को जन-जन किस्त

शहर की सभी बैंक, ब्रांच पर लंबी लाइन लगाकर लोग खड़े हैं । वजह उन्हें पेंशन, जनधन किस्त और किसान सम्मान निधि के रुपयों की दरकार है। लॉकडाउन की यही आर्थिक संबल है। जिससे दो वक्त की रोटी का जुगाड़ किया जा सके। यह लोग सिर्फ अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंकों के सामने लंबी लाइनों में लग रहे हैं।

सभी बैंकों को लोगों के बीच शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए पहले ही निर्देश जारी किए जा चुके हैं ।बैंकों पर लोग भी खुद संयमित है। ओपी बडेरा, लीड बैंक मैनेजर

दो घूट का सवाल, फिर चाहे लॉक डाउन टूटे

राज्य सरकार को चाहिए राजस्व। लेकिन दांव पर लॉक डाउन लगा हुआ है। पूरे शहर के मॉडल शॉप और अंग्रेजी देसी शराब ठेकों, बियर शॉप पर लगे लोगों ने सोमवार को ही 5 करोड़ की शराब खरीद डाली। राशन की दुकान के बाहर भलें ही लोग दूरी बना कर खड़े हो, मगर शराब की दुकान के सामने अराजकता होती रही।

अराजकता रोककर अनुशासित ढंग से शराब बिक्री में पुलिस की भी मदद ली जा रही है। कुछ ओवर रेटिंग की शिकायत है। इन्हें दूर कराया जा रहा है। देव नारायण दुबे जिला आबकारी अधिकारी 


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