पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों की जांच में डोहरा रोड पास
नोडल अधिकारी नवनीत सहगल के सामने जिस ठीक-ठाक सड़क पर डामर बिछाने के आरोप लगे थे पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों की जांच में वह पास हो गई है। क्लीन चिट मिलने के बाद सड़क का बचा हुआ निर्माण शुरू करा दिया गया है।
बरेली, जेएनएन: नोडल अधिकारी नवनीत सहगल के सामने जिस ठीक-ठाक सड़क पर डामर बिछाने के आरोप लगे थे, पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों की जांच में वह पास हो गई है। क्लीन चिट मिलने के बाद सड़क का बचा हुआ निर्माण शुरू करा दिया गया है।
पीलीभीत बाइपास स्थित डोहरा रोड के नवीनीकरण के लिए पीडब्ल्यूडी ने शासन से करीब एक करोड़ रुपये मंजूर कराया था। एक किलोमीटर लंबी सड़क के बड़े भाग पर डामर बिछा दिया गया था। पिछले महीने निरीक्षण पर आए नोडल अधिकारी नवनीत सहगल से ठीक-ठाक सड़क पर सरकारी रकम खपाने की शिकायत की गई। इस पर नोडल अधिकारी ने पीडब्ल्यूडी के अफसरों को फटकार लगाई थी। कहा था कि शहर की सड़कों की हालत खराब है और आप बिलकुल ठीक सड़क पर मोटी रकम खपा रहे हैं। उन्होंने पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव से फोन पर बात कर काम रुकवा दिया था। सड़क निर्माण की जांच के निर्देश दिए थे। 18 अक्टूबर को शहर आए पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता ने भी जांच कराने को कहा था। इस पर मुख्य अभियंता डीके मिश्रा ने दो अधीक्षण अभियंताओं की जांच टीम बनाई थी। टीम ने सड़क की जांच की तो देखा कई जगह उसमें दरारें आ चुकी थी। सड़क का समय भी पूरा हो चुका था। नवीनीकरण नहीं कराने पर आगे सड़क पूरी खराब हो जाती। उसे बनाने पर बजट की बर्बादी नहीं थी।
वर्जन
सड़़क का निर्धारित समय पूरा हो चुका था। उसमें दरारें आ रही थी। सड़क को बचाए रखने के लिए सिर्फ एक कोट डामर का किया जा रहा था। जांच रिपोर्ट में सब चीजें सामने आ चुकी हैं। इसमें सरकारी धन का दुरुपयोग नहीं किया जा रहा है। मुख्यालय को भी इसकी सूचना दे दी है।
- डीके मिश्रा, मुख्य अभियंता, पीडब्ल्यूडी