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Post Covid Syndrome : बरेली में बढ़ रहे मामलाे में इन याेगाें से मिल रही राहत, रिपाेर्ट निगेटिव, फिर भी हाे रही सांस की दिक्कत

Post Covid Syndrome कोरोना को हराकर आ रहे मरीजों में पोस्ट कोविड सिंड्रोम की शिकायतें बहुत बढ़ रही हैं। उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। लेकिन थकान चिड़चिड़ापन चक्कर आना सांस फूलना वजन कम होना ऐसी समस्याएं लगातार हो रहीं हैं।

By Ravi MishraEdited By: Published: Thu, 13 May 2021 04:30 PM (IST)Updated: Thu, 13 May 2021 04:30 PM (IST)
Post Covid Syndrome : बरेली में बढ़ रहे मामलाे में इन याेगाें से मिल रही राहत, रिपाेर्ट निगेटिव, फिर भी हाे रही सांस की दिक्कत
Post Covid Syndrome : बरेली में बढ़ रहे मामलाे में इन याेगाें से मिल रही राहत

बरेली, जेएनएन। Post Covid Syndrome : कोरोना को हराकर आ रहे मरीजों में पोस्ट कोविड सिंड्रोम की शिकायतें बहुत बढ़ रही हैं। उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। लेकिन थकान, चिड़चिड़ापन, चक्कर आना, सांस फूलना, वजन कम होना ऐसी समस्याएं लगातार हो रहीं हैं। इसके साथ ही आक्सजीन लेने की क्षमता भी कम हो रही है। फेफड़े कमजोर हो रहे हैं। ऐसे मरीजों की संख्या लगातार आयुर्वेद में अस्पतालों में बढ़ती जा रही है।

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इन मरीजों को आयुर्वेद इलाज एवं विशेष योगासन के माध्यम से सही किया जा रहा है। स्वामी विवेकानंद योग प्राकृतिक चिकित्सा के डॉक्टर्स बताते हैं कि इन लक्षणों के कारण कई मरीज डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। तो सबसे पहले उनको मानसिक तनाव दूर करने के लिए योग कराया जाता है। इसके बाद उन्हें प्राणायाम और विभिन्न तरह के श्वास अभ्यास कराए जा रहे हैं।

केस- 1 सीबीगंज निवासी राहुल के साथ इस तरह की परेशानी आ रही है। उन्होंने बताया कि मैं डिप्रेशन में चला गया। कि एक बार तो कोरोना से जंग जीत गया। शायद दूसरी बार नहीं जीत पाऊंगा। दुबारा रिपोर्ट करायी। नेगेटिव आयी। इसके बाद जानकारी हुई कि यह पोस्ट कोविड के लक्षण है। अब मैं योगासन कर रहा हूं। आराम है।

केस- 2 हरु नगला निवासी प्रीति के साथ भी कुछ इस तरह की परेशानी है। उनका कहना है कि डायट अच्छी खासी लेने के बाद भी वजन लगातार घट रहा है। कोविड के साथ डायबिटीज टेस्ट भी कराया। लेकिन सब सही था। इसके बाद जानकारी हुई कि यह तो पोस्ट कोविड है।

मरीजों को योग अभ्यास कराए जा रहे हैं। जिसमें प्राणायाम, अर्ध चक्रासन, उष्ट्रासन, भुजंगासन, सूर्य नमस्कार, कपालभाति, भस्ित्रका, विभागीय श्वासन प्रमुख रुप से कराए जा रहे हैं। इससे इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ रही है। इसके साथ ही शरीर की अन्य बीमारियां भी धीरे-धीरे दूर हो रहीं हैं। - डा ब्रजेश गुप्ता, स्वामी विवेकानंद योग प्राकृतिक चिकित्सा 


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