बरेली जिले में दस हजार संदिग्ध लोगों को पुलिस ने जारी किया रेड कार्ड, जानें पुलिस प्रशासन सर्विलांस के जरिये इनकी क्यों कर रही निगरानी
पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष कराने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए पीएसी सेक्टर मोबाइल जोनल मोबाइल के अलावा क्षेत्रीय थाना पुलिस व उच्च अधिकारियों की टीमें मतदान केंद्रों का निरीक्षण करती रहेंगी। पूरी मतदान प्रक्रिया कैमरों की निगरानी में होगी।
बरेली, जेएनएन। पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष कराने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए पीएसी, सेक्टर मोबाइल, जोनल मोबाइल के अलावा क्षेत्रीय थाना पुलिस व उच्च अधिकारियों की टीमें मतदान केंद्रों का निरीक्षण करती रहेंगी। पूरी मतदान प्रक्रिया कैमरों की निगरानी में होगी। जिले में 10 हजार संदिग्धों को रेड कार्ड जारी करने के साथ ही वह सर्विलांस टीम की रडार में हैं। अति संवेदनशील केंद्रों में पीएसी तैनात रहेगी। जिले की सीमाओं को बैरियर लगाकर सीज करने के साथ ही पुलिस मौजूद रहेगी। कई खुराफातियों को चिन्हित कर शांतिभंग में पाबंद किया गया है। जबकि कई पर गुंडा एक्ट व जिलाबदर की कार्रवाई की गई है। प्रत्याशी केवल सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक ही प्रचार-प्रसार कर सकेंगे। यह बातें राजकुमार अग्रवाल एसपी ग्रामीण ने जागरण के प्रश्न पहर में दी। उन्होंने पाठकों के कई अन्य सवालों के जवाब भी दिए।
प्रश्न : कोरोना संक्रमण फैल रहा है, ऐसे में मतदान कैसे कराया जाएगा? - विकास अग्रवाल आंवला, शशांक अग्रवाल फतेहगंज पूर्वी
उत्तर : मतदान के दिन सभी को तीन चीजों का ध्यान रखना होगा। शारीरिक दूरी, मास्क पहनना व समय-समय पर हाथों को सैनिटाइज करते रहना होगा। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए लाइन लगवाई जाएगी। प्रत्याशी व उसके समर्थकों को चाहिए की चुनाव प्रचार-प्रसार में भी इन बातों का ध्यान रखें। खुद सुरक्षित रहने के साथ दूसरों का भी ध्यान रखें।
प्रश्न : चुनावों में शराब बहुत खपाई जाती है, उसे कैसे रोका जाएगा? विजय कुमार बड़ा बाजार, केशव अग्रवाल फरीदपुर, शिवअवतार कश्यप फतेहगंज पूर्वी
उत्तर : चुनाव आयोग की गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी काम किए जाने हैं। किसी भी हाल में अवैध व दूसरे प्रदेशों से आने वाली शराब नहीं खपाने दी जाएगी। इसके अलावा कहीं भी मतदाता को प्रलोभन आदि देने का मामला सामने आने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभी हाल ही में कई गांवों में छापेमारी कर हजारों लीटर कच्ची शराब नष्ट कराई जा चुकी है। अगर कहीं से सूचना मिलती है तो छापेमारी की जाएगी।
प्रश्न : पंचायत चुनाव में पुलिस मित्र की क्या भूमिका रहेगी? वीरेंद्र सिंह लोधी, सिरोही बड़ा गांव
उत्तर : इस चुनाव में पुलिस मित्र का कोई सहयोग नहीं लिया जा रहा है। इनका केवल शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग लिया जाता है। पुलिस मित्र लोकल का होने के कारण उस पर आरोप भी लगते हैं।
प्रश्न : हमारे रिश्तेदार उम्मीदवार हैं, क्या उन्हें व्यक्तिगत पुलिस सुरक्षा मिल सकती है। - इंद्रदेव त्रिवेदी, बिहारीपुर खत्रियान
उत्तर : इन चुनावों में उम्मीदवारों की संख्या अधिक होती है। ऐसे में सभी को सुरक्षा नहीं दी जा सकती है। लेकिन अगर किसी से कोई समस्या या दिक्कत है तो उसकी सूचना दे सकते हैं। पुलिस हर संभव मदद करेगी।
प्रश्न : मीरगंज में 20 दिन के अंदर तीन लूट हो चुकी है। आज भी एक घटना हुई है। क्षेत्राधिकारी के न रहने के चलते अराजक लोगों के हौसले बढ़े हुए हैं। पुलिस की क्या योजना है। - अभिषेक गंगवार मीरगंज, नरेंद्र कुमार मीरगंज, सनी गोस्वामी मीरगंज,
उत्तर : जब भी कहीं लूट की कोई घटना होती है तो वहां कई चीजें देखी जाती है। पहला आसपास लगे सीसीटीवी, दूसरा जिसके साथ घटना हुई है उसके बताए हुलिया व तीसरा मुखबिर या लोकल नेटवर्क के आधार पर खुलासा किया जाता है। वर्तमान में हुलिया मालूम होने पर त्रिनेत्र एप की मदद से जल्द राजफाश हो जाता है। पिछली हुई सभी घटनाओं का वर्कआउट किया जा चुका है। आज वाली घटना के हर पहलू पर पुलिस काम कर रही है। मीरगंज में सीओ का आवास बनाए जाने के लिए शासन को पत्राचार किया गया है। फिलहाल अस्थाई आवास लेकर रुकने को कहा गया है।
प्रश्न : रमजान शुरू हो रहा है, रोजेदारों के लिए मतदान के दिन क्या सहुलियत कि गई है?
उत्तर : रमजान का पवित्र माह शुरू हो रहा है, मतदान के दिन एक समुदाय का नवरात्रि व्रत भी होगा। चुनाव आयोग किसी भी प्रकार की ऐसी सुविधा की अनुमति नहीं देता है। मतदान शाम छह बजे तक है। जबकि तरावीह 6.30 के बाद होती है।
उम्मीदवारों के लिए जरूरी सलाह
एसपी ग्रामीण ने बताया कि कोई भी उम्मीदवार किसी को भी प्रलोभन (खाने-पीने का सामान, दारू, मुर्गा पार्टी) नहीं दे सकते हैं। इसके अलावा बिना अनुमति के चुनावी रैली भी नहीं कर सकते हैं। मतदान वाले दिन कोई भी उम्मीदवार मतदाताओं को बूथ तक अपनी गाड़ी से लेकर नहीं जाएगा। वोटर लिस्ट फाइनल होने से पहले ही आपत्ति दर्ज करा लें, फाइनल होने के बाद चुनाव वाले दिन कोई शिकायत स्वीकार नहीं की जाएगी। इसके अलावा पोलिंग एजेंट मोबाइल फोन नहीं रख सकेंगे। बस्ते दो सौ मीटर दूरी पर बिना किसी प्रचार-प्रसार के होंगे। कोई प्रत्याशी डांस पार्टी, कव्वाली, नौटंकी आदि का आयोजन नहीं कराएगा। ऐसे किसी भी कार्यक्रम में झंडा बैनर आदि दिखने पर उस कार्यक्रम का पूरा खर्च उसके खाते में जोड़ा जाएगा।