शाहजहांपुर की जनसभा से खीरी-सीतापुर तक पहुंचेगी पीएम नरेंद्र मोदी की बात, 22 विधानसभाओं को करेंगे संबाेधित
गंगा एक्सप्रेस वे व हवाई पट्टी की सौगात देने आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी जनसभा से पांच जिलों की 22 विधानसभाओं को साधेंगे।अब तक बदायूं व हरदोई के लोगों को ही बुलाया जा रहा था लेेकिन अब खीरी व सीतापुर की भी दो-दो विधानसभाएं शामिल की गई हैं।
बरेली, जेएनएन। गंगा एक्सप्रेस वे व हवाई पट्टी की सौगात देने आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी जनसभा से पांच जिलों की 22 विधानसभाओं को साधेंगे। अब तक इस आयोजन में बदायूं व हरदोई के लोगों को ही बुलाया जा रहा था, लेेकिन अब खीरी व सीतापुर की भी दो-दो विधानसभाएं शामिल की गई हैं। करीब तीन वर्ष बाद रोजा के रेलवे मैदान में आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विधानसभा चुनाव से पहले बरेली मंडल में पहली सभा है, लेेकिन इसमें बरेली व पीलीभीत जिलों को शामिल नहीं किया गया है। पहले इन दोनों जिलों की शहर से सटी विधानसभाओं से लोगों को बुलाने की तैयारी थी, लेकिन अब ऐसा नहीं हाेगा।
बदायूं की चार, हरदोई की सभी आठ विस पर जोर
गंगा एक्सप्रेस वे जिले के अलावा हरदोई व बदायूं से होकर गुजरा है। ऐसे में इन दोनों जिलों पर सबसे ज्यादा फोकस है। भाजपा जिलाध्यक्ष हरिप्रकाश वर्मा ने बताया कि जनसभा में जिले की सभी छह विधानसभाओं के अलावा बदायूं की दातागंज, शेखुपूर, बिसौली व एक अन्य विधानसभा से लोग आएंगे। इसी तरह हरदोई की सभी आठ विधानसभाओं से लोगों की उपस्थिति रहेगी।
खीरी व सीतापुर को भी देंगे संदेश
कृषि कानून विरोधी आंदोलन स्थगित होने के बाद किसान घर वापसी कर चुके हैं। गंगा एक्सप्रेस वे जिन क्षेत्रों से होकर गुजर रहा है उनमें से अधिकांश किसान बाहुल्य हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री का फोकस भी किसानों पर रह सकता है। कृषि कानून वापस लेने के बाद वह अपनी बात को ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचा सकें इसके लिए पड़ोसी जनपद लखीमपुर खीरी की मोहम्मदी व कस्ता विधानसभा के लोगों भी यहां बुलाए जा रहे हैं। अब तक सिर्फ मोहम्मदी से लोगों के आने की संभावना थी। इसी तरह सीतापुर की भी दो विधानसभाओं से कार्यकर्ता व आम जनता जनसभा में आएगी। भाजपा जिलाध्यक्ष हरिप्रकाश वर्मा ने बताया कि खीरी व सीतापुर की दो-दो विधानसभाओं से लोगों के आना तय हो गया है।
जलालाबाद में हो जाती दिक्कत
प्रधानमंत्री की जनसभा को जलालाबाद में कराने की तैयारी थी। प्रशासन ने प्रस्तावित हवाई पट्टी के पास जनसभा के लिए जमीन भी चिह्नित कर ली थी, लेकिन रामगंगा पर बना कोलाघाट पुल ढह गया। जिले में रोजा के अतिरिक्त कोई और दूसरा बड़ा मैदान नहीं था, जिसमें जनसभा कराई जा सकती। अगर जलालाबाद में सभा होती तो जिले की चार विधानसभाओं के लोगों को वहां पहुंचना मुश्किल होता। इसलिए आयोजन रोजा के रेलवे मैदान में कराने का निर्णय लिया गया। शहर से सटा स्थान होने के कारण हरदोई, सीतापुर, खीरी से लोगों को आने में आसानी रहेगी।
रहेगा वीवीआइपी का जमावड़ा
प्रधानमंत्री के अतिरिक्त राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का आना लगभग तय माना जा रहा है। उनके लिए भी हेलीपैड का स्थान चिह्नित हो गया है। हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिले के दोनों कैबिनेट मंत्री के अलावा जनसभा में जिन जिलों के लोग आ रहे हैं वहां के सांसद, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों की भी उपस्थिति रहेगी।