Shahjahanpur PM Visit : शाहजहांपुर में पीएम नरेंद्र मोदी ने नहीं गंवाया मौका, कृषि कानून पर किसानों से कही ये बात
मौका गंगा एक्सप्रेस वे के शिलान्यास का था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी बात वहीं से शुरू की जहां तीन साल पहले छोड़ी थी। उन्होंने धर्म विकास युवाओं पर तो काफी कुछ बोला ही लेकिन किसानों से भी संवाद किया।
शाहजहांपुर, जेएनएन। Shahjahanpur PM Visit : मौका गंगा एक्सप्रेस वे के शिलान्यास का था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी बात वहीं से शुरू की जहां तीन साल पहले छोड़ी थी। उन्होंने धर्म, विकास, युवाओं पर तो काफी कुछ बोला ही, लेकिन किसानों से भी संवाद किया। यह बताने की पूरी कोशिश की कि उनकी सरकार किसानों की सबसे बड़ी हितैषी कैसे है। कृषि कानून पर सीधे-सीधे तो कुछ नहीं कहा, लेकिन उनकी सरकार ने किसानों के हित में क्या-क्या किया यह विस्तार से बताया।
2018 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शाहजहांपुर आए थे तो उन्होंने इसी रोजा रेलवे मैदान में किसान कल्याण रैली की थी। यहां इस रैली का मकसद शाहजहांपुर के साथ-साथ इससे सटे लखीमपुर, पीलीभीत, फर्रुखाबाद जिलों में किसान बेल्ट को साधना था। उस समय उन्होंने किसानों के लिए तमाम घोषणाएं की थीं। एथनाल प्लांट, एसएसपी पर भी बात की थी। इन तीन साल में काफी कुछ बदला। कृषि कानून पर साल भर सरकार के विरोध में आंदोलन चला।
खीरी के तिकुनिया में हुई घटना ने न सिर्फ लखीमपुर, बल्कि पीलीभीत व शाहजहांपुर की पुवायां तहसील के किसानों को भी सरकार के विरोध में खड़ा किया। हालांकि अब कृषि कानून वापस हो चुके हैं। आंदोलन स्थगित हो चुका है। तिकुनिया कांड में जांच चल रही है। शनिवार को प्रधानमंत्री जब यहां आए तो उन्होंने मौका खाली नहीं जाने दिया। जिले के नेताओं के साथ-साथ सीतापुर, खीरी, हरदोई, बदायूं के नेताओं व लोगों की मौजूदगी में िकसानों तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की।
गंगा एक्सप्रेस वे के जरिए किसानों को होने वाले फायदे बताए। कहा कि दूसरों को किसानों व गरीबों की नहीं अपने वोट बैंक की चिंता है। उनकी सरकार किसानों व गरीबों का दर्द समझने वाली देश की पहली सरकार है। उन्होंने कहा कि खजाना जनता का है। इसका दुरुपयोग नहीं जनता के लिए उपयोग करेंगे। जो समाज में पिछड़ा है उसे सशक्त करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है। यही भावना किसानों से जुड़ी है।
मोदी ने बताया कि उनकी सरकार कि अपनी किसान नीति में 80 फीसद से अधिक लघु किसानों को योजनाओं में प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री सम्मान निधि, लघु किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड इसी का परिणाम हैं। बोले पहले किसानों के लिए मंडियों में दरवाजे खुलते नहीं थे। अब एमएसपी पर रिकार्ड खरीद हो रही है। किसानों के खाते में पहली बार पारदर्शी तरीके से रुपया जा रहा है। एक लाख करोड़ से भंडारण व आधारभूत संरचना पर जोर दिया।
ताकि गांवों के पास फसलों के साथ-साथ अधिक दाम देने वाले फल, सब्जी आदि के उचित मूल्य व खरीद के अवसर दिए जा सकें। गन्ना किसानों की बात करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने समस्याओं के नए विकल्प खोजे। समाधान पर ज्यादा जोर दिया। जिसका नतीजा है कि आज यूपी गन्ना खरीद में पहले स्थान पर है। भुगतान भी तेजी से हो रहा है। गन्ने से एथनाल बनाकर कच्चे तेल पर निर्भरता कम करने व किसानों के लिए नए विकल्प देने के प्रयास शुरू हो गए हैं।
अब किसान व गरीब नहीं रहेगा निर्भर
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें सिर्फ वादें करती थीं। वे किसानों के लिए काम कर रहे हैं। किसानों को पुराने दिनों की याद दिलायी। गांवों का पिछड़ापन भी बताया। कहा अब भेदभाव नहीं होता। 80 लाख मुफ्त बिजली कनेक्शन दिए। पहले से ज्यादा बिजली दे रहे। पक्के मकानों के जरिए सम्मान से जीने का हक उनकी सरकार दे रही है।
शहर में ही मिल रहा इलाज
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले कोई बीमार होता था। तो उसे इलाज के लिए लखनऊ, कानपुर या दिल्ली जाना होता था। अच्छे अस्पताल व सड़क नहीं थे। अब जिलों में मेडिकल कालेज व हाईवे बन रहे। हरदोई व शाहजहांपुर में बने मेडिकल कालेज बनाए। गरीबों को उनके जिले में ही बेहतर इलाज मिल रहा।