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सूदखोरों के कारोबार पर प्लेटिनम डिस्क अवार्ड से सम्मानित आइजी राजेश पांडेय के ऑपरेशन मुक्ति ने लगाई लगाम

सूदखोरों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन मुक्ति का असर अब सूदखोरी के धंधा करने वालों पर भारी पड़ रहा है। पीड़ितों की शिकायत पर आइजी द्वारा चलाए जा रहे इस ऑपरेशन ने सूदखोरी के धंधे की कमर तोड़कर रख दी है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 10:51 AM (IST)Updated: Wed, 27 Jan 2021 10:51 AM (IST)
सूदखोरों के कारोबार पर प्लेटिनम डिस्क अवार्ड से सम्मानित आइजी राजेश पांडेय के ऑपरेशन मुक्ति ने लगाई लगाम
सूदखोरों के कारोबार पर प्लेटिनम डिस्क अवार्ड से सम्मानित आइजी राजेश पांडेय के ऑपरेशन मुक्ति ने लगाई लगाम

बरेली, जेएनएन। सूदखोरों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन मुक्ति का असर अब सूदखोरी के धंधा करने वालों पर भारी पड़ रहा है। पीड़ितों की शिकायत पर आइजी द्वारा चलाए जा रहे इस ऑपरेशन ने सूदखोरी के धंधे की कमर तोड़कर रख दी है। हाल यह है कि सूदखोरों ने अपने काम को समेटना शुरू कर दिया है। कार्रवाई के डर से सूदखोर जो पहले 10 से 15 प्रतिशत तक ब्याज वसूलते है। अब हाल यह है कि तीन से पांच प्रतिशत ब्याज के साथ रकम वापस मांग रहे है।

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जो सूद पर रकम दे भी रहे हैं वह महज तीन से पांच प्रतिशत का ब्याज मांग रहे हैं। सूद के काम से जुडे एक सूदखोर ने बताया कि ऑपरेशान मुक्ति के चलते बड़े सूदखोर का काम ठप पड़ गया है। इन सूदखोरों का हाल यह था कि रकम नहीं मिलने पर यह पीड़ितों के मकान पर कब्जा कर रजिस्ट्री करा लेते थे। जससे पीड़ित सड़क पर आ जाते थे। ऑपरेशन मुक्ति के तहत मुकदमा दर्ज होने के डर से आरोपित अब अपनी रकम वापस तीन प्रतिशत ब्याज की दर से समेटने में लगे हैं।

रेंज के चारों जिलों पर कार्रवाई

आइजी के निर्देश पर चल रहे ऑपरेशन मुक्ति के तहत जिले में ताबड़तोड़ मुकदमे दर्ज हुए। सबसे अधिक मुकदमे बारादरी, कोतवाली और सुभाषनगर में हुए है। अबतक इस अभियान के तहत एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। इस दौरान रेंज में भी बड़े पैमाने पर ऑपरेशन मुक्ति के तहत मुकदमा दर्ज किए गए हैं।

नगर निगम व रेलवे में हड़कंप

सदखोरों का गढ़ कहे जाने वाले नगर निगम व रेलवे में सूदखोरी के कारोबार पर लगाम लगी है। बता दें कि इन दोनों विभाग में चुतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को सूदखोर अपने निशाने पर रखते है। सूदखाेरों ने सैकड़ों लोगों को ब्याज पर रकम देकर उनके एटीएम से लेकर पासबुक तक अपने पास जमा कराए है। सूदखोर इनसे 10 से 15 प्रतिशत ब्याज वसूल करते हैं। सूदखोरी में फंसने वाले कई लोगों ने तो खुदकुशी तक कर ली

ऑपरेशन मुक्ति के चलते सूदखोरों पर शिकंजा कसा है। बरेली ही रेंज के चारों जिलों में सूदखोंरो के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। आगे भी यह कार्रवाई चलती रहेगी। राजेश पाण्डेय, आइजी 


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