धार्मिक स्थलों में श्रद्धा और सतर्कता का दिखा संगम
कोरोना संक्रमण के चलते करीब ढाई माह तक बंद रहने के बाद सोमवार को धार्मिक स्थलों के द्वार खुले। कई जगह तो मंदिरों के कपाट खुलने से पहले ही श्रद्धालु पहुंच गए। सभी धर्मस्थलों में श्रद्धा के साथ ही सतर्कता का भाव देखने को मिला। मंदिर से लेकर गुरुद्वारे तक में थर्मल स्क्रीनिग और हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही लोगों को प्रवेश दिया गया। बिना मास्क के पहुंचे श्रद्धालु प्रवेश से वंचित रहे।
बरेली, जेएनएन : कोरोना संक्रमण के चलते करीब ढाई माह तक बंद रहने के बाद सोमवार को धार्मिक स्थलों के द्वार खुले। कई जगह तो मंदिरों के कपाट खुलने से पहले ही श्रद्धालु पहुंच गए। सभी धर्मस्थलों में श्रद्धा के साथ ही सतर्कता का भाव देखने को मिला। मंदिर से लेकर गुरुद्वारे तक में थर्मल स्क्रीनिग और हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही लोगों को प्रवेश दिया गया। बिना मास्क के पहुंचे श्रद्धालु प्रवेश से वंचित रहे।
सोमवार से जनपद के सभी मंदिर खुल गए हैं। मॉडल टाउन स्थित हरि मंदिर, राजेंद्र नगर स्थित बांके बिहारी मंदिर, प्रेम नगर स्थित त्रिवटी नाथ मंदिर, किला स्थित अलखनाथ मंदिर, जोगी निवादा स्थित बनखंडीनाथ मंदिर के पट खुलने से पहले ही श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच गए। सभी मंदिरों में थर्मल स्क्रीनिग के साथ ही सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था की गई थी। सभी को शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए ही मास्क के साथ ही प्रवेश दिया गया। त्रिवटी नाथ मंदिर में मनाही के बाद भी कुछ श्रद्धालु घर से दूध और जल लेकर पहुंचे। जिन्हें मना करने पर पुजारी से हल्की कहासुनी भी हुई। मंदिर समिति ने तुरंत शिवलिग के पास मेज लगाकर श्रद्धालुओं को पास जाने से रोका।
मंदिर कमेटी के सेवादार दिखे सक्रिय
मंदिर में सुबह से ही गाइडलाइन का पालन कराने के लिए धर्मस्थलों के सेवादार सक्रिय दिखे। जिसके चलते शारीरिक दूरी के साथ सभी ने आसानी से दर्शन किए।
आला हजरत दरगाह पर लगाई हाजिरी
सोमवार को आला हजरत की दरगाह पर भी एक बार में सीमित लोगों को थर्मल स्क्रीनिग व हाथ धुलाने के बाद प्रवेश दिया गया। यहां भी शारीरिक दूरी का पालन कराने के साथ ही दरगाह पर दूर से ही फातिहा की इजाजत दी गई।
गुरुद्वारे में भी थर्मल स्क्रीनिग के बाद मिला प्रवेश
मॉडल टाउन स्थित गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में आने वाले श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिग व हाथ सैनिटाइज कराने के बाद एक बार में अधिकतम पांच लोगों को ही प्रवेश दिया गया।
नियमों के लगाए जाएंगे पोस्टर
मंदिर, मस्जिद व गुरुद्वारों में शासनादेश का पोस्टर लगाने व आदेश की फोटो कापी रखने के आदेश दिए गए हैं। सभी चौकी इंचार्ज ने अपने क्षेत्र में आने वाले धार्मिक स्थलों में जाकर आदेश की फोटोकापी देते हुए उसका फ्लैक्स लगाने को कहा।