पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने डीएम से मांगा जवाब, पत्र भेजकर कहा- जबरन वसूली धनराशि का पता लगाकर बताए
पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर कहा कि बांसुरी महोत्सव के आयोजन के लिए व्यापारी संगठनों तथा अन्य व्यापारियों से जो जबरन धन वसूली की गई है। उसके बारे में पता लगाकर उन्हें अवगत कराएं। जिससे वह स्वयं उस रकम को डीएम को दे सकें।
बरेली, जेएनएन। Pilibhit MP Varun Gandhi Letter : पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर कहा कि बांसुरी महोत्सव के आयोजन के लिए व्यापारी संगठनों तथा अन्य व्यापारियों से जो जबरन धन वसूली की गई है। उसके बारे में पता लगाकर उन्हें अवगत कराएं। जिससे वह स्वयं उस रकम को डीएम को दे सकें और फिर पैसा संबंधित व्यापारियों को वापस लौटाया जाए।
मंगलवार को सांसद ने डीएम को भेजे पत्र में कहा कि कुछ दिन पहले दिल्ली में उनके आवास पर मिलने आए कुछ व्यापारी नेताओं ने उन्हें अवगत कराया कि पीलीभीत में होने वाले बांसुरी महोत्सव के आयोजन पर व्यापारी समाज से आयोजन खर्च के नाम पर दबाव बनाकर धनराशि लेने का प्रयास किया जा रहा है। पत्र में कहा कि गत दिवस शहर के गांधी प्रेक्षागृह में जिले के व्यापारियों के साथ एक संवाद कार्यक्रम के दौरान जिले के अन्य व्यापारियों, व्यापारी संगठनों के नेताओं ने भी इस बात की पुष्टि की।
बताया कि बांसुरी महोत्सव के आयोजन में जिला प्रशासन द्वारा जनपद के कुछ व्यापारी संगठनों, व्यापारियों पर दबाव बनाकर डेढ़-डेढ़ लाख रुपये की धनराशि ली गई है। व्यापारी समाज के इस आर्थिक शोषण से जिले के व्यापारी रोष में दिखे। सांसद ने कहा कि वह भी ऐसे आयोजनों और प्रथाओं के सख्त खिलाफ हैं, जो लोगो की पीठ पर बोझ डालकर किए जाएं। कहा कि उनकी मां, सांसद मेनका गांधी और खुद उन्होंने हमेशा से पीलीभीत के लोगों को अपना परिवार समझा है। कभी भी किसी व्यापारी या अन्य लोगों से एक रुपया भी चंदा नहीं मांगा।
बल्कि समय समय पर पिछले 20-30 सालों से जब भी पीलीभीत वासियों पर कोई प्राकृतिक आपदा, सामाजिक कष्ट या कभी भी कोई अन्य मुश्किल वक्त आया तो उन्होंने और उनकी मां मेनका गांधी ने हमेशा अपना सब कुछ दांव पर लगाकर एक परिवार की तरह सेवा की और आगे भी करते रहेंगे। पत्र में सांसद ने कहा कि व्यापारियों पर दबाव डालकर ऐसे आयोजन प्रायोजित भ्रष्टाचार की श्रेणी में जो लोग कोरोना, जीएसटी आदि की मार से पहले से ही टूटे हुए हों, उन लोगों पर और बोझ डालना उन पर अत्याचार करने जैसा है।
सांसद ने डीएम से आग्रह किया कि पूरे मामले को गंभीरता से लेकर बांसुरी महोत्सव के नाम पर उन सभी संगठनों, व्यापारियों से जबरन ली गई धनराशि का पता लगाकर उन्हें शीघ्र अवगत कराएं। ताकि वह डीएम को उस धनराशि का चेक भेज सकें। जिससे डीएम व्यापारियों से ली गई धनराशि उनके वापस कर दें। जिससे व्यापारियों का बोझ हल्का हो सके।