बरेली में जाम के झाम से लोग परेशान, मेट्रो प्रोजेक्ट से जलनिगम को लेनी चाहिए सीख
हाई सिक्योरिटी एरिया में शुमार चौकी चौराहा से बियावानी कोठी सब बदहाल नजर आता है। सीवर लाइन बिछाने के दौरान योजनाबद्ध तरीके से खोदाई नहीं होने का नतीजा है कि पॉश कॉलोनी रामपुर बाग के अंदर तक जाम की स्थिति बनी रहती है।
बरेली, जेएनएन। हाई सिक्योरिटी एरिया में शुमार चौकी चौराहा से बियावानी कोठी सब बदहाल नजर आता है। सीवर लाइन बिछाने के दौरान योजनाबद्ध तरीके से खोदाई नहीं होने का नतीजा है कि पॉश कॉलोनी रामपुर बाग के अंदर तक जाम की स्थिति बनी रहती है। गांधी उद्यान से बियावानी कोठी तक रास्ता पूरी तरह से ब्लॉक हो चुकी है। बेरिकेटिंग लगाकर वाहनों को डायवर्ट किया जा रहा है। लेकिन इसकी जानकारी लोगों को जिम्मेदार विभागों की तरफ से नहीं दी जाती है। स्पॉट तक पहुंचने के बाद ही उन्हें मालूम पड़ता है कि यहां रास्ता बंद किया जा चुका है। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पिछले महीने डीएम नितीश कुमार ने विकास कार्यो की समीक्षा बैठक ली। जिसमें जल निगम के सीवर लाइन प्रोजेक्ट को लेकर उन्होंने कहा था कि लोगों का हक है कि उन्हें चलने के लिए अच्छी सड़क मिले। श्यामगंज का उदाहरण देते हुए कहा कि आखिर कब लोगों को अच्छी सड़के दे पाएंगे। चौपुला से चौकी चौराहा तक खोदाई शुरू करने के जल निगम के अधिकारियों को उन्होंने दो महीने का अल्टीमेटम दिया था कि खोदाई जल्दी करवाकर ट्रंक लाइन निर्माण जल्दी करवा लें। ताकि लोगों को अच्छी सड़के जल्दी उपलब्ध कराई जा सके।
इन वजहों से बिगड़ी व्यवस्था
गांधी उद्यान से बियावानी कोठी के बीच रास्ता बंद
चौकी चौराहा से गांधी उद्यान मोड़ तक रोड सिंगल लेन हुई
इस तरह से गुजारे जा रहे वाहन :
चौकी चौराहा से गांधी उद्यान की तरफ जाने वालों के लिए सिंगल लेन है। बचाव के लिए रामपुर बाग के अंदर धंवतरी चौराहा होते हुए विकास भवन की सड़क तक पहुंचा जा सकता है।
पटेल चौक और बरेली कॉलेज की तरफ से आने वाले वाहन भी धंवतरी चौराहा होकर गुजारे जा रहे हैं।
इसाइयो की पुलिया और मालियो की पुलिया की तरफ से आने वाले वाहन गांधी उद्यान की तरफ नहीं जा सकते। बरेली क्लब वाली सड़क पर डायवर्ट किए जा रहे हैं।
नटराज सिनेमा (कैंट) की तरफ से आने वाले वाहनों को बरेली क्लब से पहले अक्षर विहार होकर सिविल लाइंस के लिए निकाला जा रहा है।
मेट्रो रेल व्यवस्था से लेनी चाहिए सीख
महानगरों में मेट्रो रेल के निर्माणों से जलनिगम को सीख लेनी चाहिए। व्यस्त सड़कों को भी आधा बंद कराने के बावजूद जाम कम लगते है। निजी कर्मचारी मोड़ पर रास्ता खुलवाने के लिए तैनात रहते है। निर्माण साइट को दोनों तरफ से कवर किया जाता है, ताकि हादसा न हो। धूल भी कम उड़ती है। जिससे पर्यावरण का भी ख्याल रखा जा सके।
डायवर्जन से जाम में राहत नहीं, फंसे रहे वाहन
शुक्रवार को खुर्रम गौटिया की तरफ से आने वाले वाहनों को बरेली क्लब की तरफ भेजा गया। हल्द्वानी रूट की बसें रोहिला होटल के बगल से मुड़कर बरेली क्लब से पहले डायवर्ट होकर अस्तबल रोड पर पहुंच रही थी। इसलिए यहां भयंकर जाम लगा रहा। ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए नाममात्र के कांस्टेबल और होमगार्ड तैनात किए गए थे।
क्या कहते हैं डीएम
जलनिगम को निर्माण जल्दी पूरे कराने के लिए कहा था। विकास कार्यों की बैठक में हिदायत भी दी थी। निर्माण जल्दी पूरे कराए ताकि लोगों को दिक्कत न हो। - नितीश कुमार, डीएम बरेली
क्या कहते हैं रामपुर गार्डन के लाेग
शांत कॉलोनी में दिनभर वाहनों का उधम रहता है। लोग घरों के अंदर भी इस शोरशराबे से परेशान है। सीवर लाइन के काम जल्दी पूरे कराने चाहिए। - संदीप मेहरा, रामपुर गार्डन
सबसे ज्यादा अस्पताल इस कॉलोनी में है। पेशेंट को आने में दिक्कत होती है। धूल उड़ती है। अगर ऐसा ही रहा तो लोग सांस के मरीज हो जाएंगे। - डॉ. राजीव गोयल, रामपुर गार्डन
इस कॉलोनी में व्यावसायिक गतिविधियां अधिक होती है। लोग दूरदराज से आते हैं। एक तरफ की सड़क बंद है। आने वाले वक्त में भी सुधरेगी कि नहीं पता नहीं। परेशानी हो रही है।
- निखिल कुमार, रामपुर गार्डन
पॉश कॉलोनी के लोग अब परेशान हुए। शहर तो पहले से खोद डाला गया है। इतनी धीमी गति से निर्माण होते हैं कि प्रोजेक्ट जाने कब पूरा कर पाएंगे।
- गौरव सक्सेना, रामपुर गार्डन