मौसम का बिगड़ा मिजाज तो बरेली जिला अस्पताल में बढ़े सांस, खांसी और दमा के मरीज
बदलते मौसम में सांस की बीमारी बिलकुल हल्के में न लें। दिक्कत होने पर कोरोना टेस्ट जरूर कराएं। चेस्ट से जुड़े करीब 75 स्पेशल केस रोज आ रहे। जबकि पहले करीब 40 मरीज आते थे। वहीं फिजिशियन की ओपीडी में वायरल के केस सामने आ रहे हैं।
बरेली, जेएनएन: बदलते मौसम की वजह से अस्पतालों में भीड़ बढऩे लगी है। जिला अस्पताल की ओपीडी में फिर भीड़ बढऩे लगी है। बुखार, सांस, दमा और खांसी से संबंधित केस तेजी से सामने आ रहे हैं। इस वजह से फिजिशियन और चेस्ट फिजिशियन और टीबी से जुड़े मामलों की ओपीडी में भीड़ लगने लगी है।
फिजिशियन डॉ अनिल शर्मा ने बताया कि बदलते मौसम में सांस की बीमारी बिलकुल हल्के में न लें। दिक्कत होने पर कोरोना टेस्ट जरूर कराएं। चेस्ट से जुड़े करीब 75 स्पेशल केस रोज आ रहे। जबकि पहले करीब 40 मरीज आते थे। वहीं फिजिशियन की ओपीडी में वायरल के केस सामने आ रहे हैं। वहीं चेस्ट फिजिशियन अजय मोहन अग्रवाल बताते हैं कि उनकी ओपीडी में 150 से ज्यादा मरीज पहुंच रहे। इस समय ठंड से बचने की काफी जरूरत है।
इसके अलावा बाल रोग विशेषज्ञों के पास भी काफी मरीज पहुंच रहे हैं। बच्चों में खांसी, जुकाम, अस्थमा की शिकायत काफी ज्यादा हो रही है। सुबह शाम ठंड और दोपहर में कड़ाके की धूप बीमारियों को और ज्यादा निमंत्रण दे रही है। इस मौसम में छोटे बच्चों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
बच्चों को बीमारी से बचाने के क्या उपाय करें
- सुबह शाम बाहर कतई न निकलने दें।
- दोपहर में धूप होने पर छत या घर के बाहर बिठाएं।
- सुबह शाम टाइट गर्म कपड़े पहनाएं
- ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम, दही आदि कतई न दें।
- घर में नंगे पैर न चलने दें
- यदि खासी या जुकाम के जरा भी लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।