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पासपोर्ट बनवाना हुआ आसान, डिजिलॉकर से जुड़ी पासपोर्ट सेवा

​​​​​पासपोर्ट बनवाना व इस्तेमाल करना अब और भी आसान हो गया है। विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट सेवा को डिजिलॉकर (डिजिटल लॉकर) प्लेटफॉर्म से जोड़ दिया है। पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदक डिजिलॉकर के जरिए दस्तावेज जमा कर सकेंगे।

By Sant ShuklaEdited By: Published: Thu, 25 Feb 2021 06:09 PM (IST)Updated: Thu, 25 Feb 2021 06:09 PM (IST)
पासपोर्ट बनवाना हुआ आसान, डिजिलॉकर से जुड़ी पासपोर्ट सेवा
​​​​​पासपोर्ट बनवाना व इस्तेमाल करना अब और भी आसान हो गया है।

 बरेली, जेएनएन। ​​​​​पासपोर्ट बनवाना व इस्तेमाल करना अब और भी आसान हो गया है। विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट सेवा को डिजिलॉकर (डिजिटल लॉकर) प्लेटफॉर्म से जोड़ दिया है। पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदक डिजिलॉकर के जरिए दस्तावेज जमा कर सकेंगे। ऑनलाइन आवेदन करते समय डिजिलॉकर का विकल्प आने पर आधार, पैनकार्ड सहित अन्य दस्तावेज डिजिलॉकर के माध्यम से ऑटोमेटिक अपलोड हो जाएंगे। आवेदकों को ओरिजिनल दस्तावेजों को ले जाने की जरूरत नहीं होगी।

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नई व्यवस्था से क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय बरेली से जुड़े करीब 13 जनपद (बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, अमरोहा, बिजनौर, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, अलीगढ़) के पासपोर्ट आवेदकों को राहत मिलेगी। पासपोर्ट को साथ रखकर चलने और खोने का झंझट भी अब खत्म हो जाएगा। पासपोर्ट बनवाने वालों को पेपरलेस सुविधा देने के उद्देश्य से व्यवस्था की शुरुआत की गई है। वर्चुअल डिजिटल लॉकर में लोगों को शैक्षिक दस्तावेज, ड्राइविंग लाइसेंस, पैनकार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी सहित तमाम डॉक्यूमेंट्स को डिजिटल स्टोर करने की सुविधा दी गई है। डिजिलॉकर में अपने जरूरी दस्तावेजों को डिजिटल प्लेटफार्म पर सुरक्षित रखा जा सकता है। डिजिलॉकर आधार कार्ड से लिंक होता है। नई व्यवस्था के तहत लोगों को ओरिजिनल पासपोर्ट को अब साथ रखने, लाने ले जाने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा। जरूरी काम पड़ने पर दस्तावेज को सुरक्षित तरीके से दूसरों को शेयर किया जा सकता है।

क्या है डिजिलॉकर

डिजिटल लॉकर या डिजिलॉकर एक तरह का वर्चुअल लॉकर होता है। इसे केंद्रीय आईटी मिनिस्ट्री ने तैयार किया है। इसे आधार संख्या के जरिए ऑपरेट किया जा सकता है। इसमें अपने कागजात, सर्टिफिकेट्स, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड आदि को डिजिटली स्टोर किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले कागजात को स्कैन करना होगा, फिर डिजिलॉकर में सेव करना होगा। इसे जुलाई 2015 को लॉंच किया गया था। इसमें यूजर को एक जीबी स्पेस मिलता है।

क्या कहना है अधिकारियों का

पासपोर्ट सेवा डिजिटल लॉकर से जुड़ने से पासपोर्ट बनवाना और इसे साथ रखना और आसान हो गया है। डिजिलॉकर में सभी दस्तावेज को जमा व दिखा सकेंगे। इसके लिए आवेदकों को विदेश मंत्रालय की वेबसाइट www.passportindia.gov.in पर लिंक करके डिजीलॉकर में संरक्षित वांछित दस्तावेजों के सत्यापन के लिए स्वीकृति देना होगा।

मोहम्मद नसीम, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी


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