Omicron Variant : डरें नहीं, सावधानी बरते, बच्चों के लिए इन बातों का रखे खास ख्याल
Omicron Variant in Shajahanpur कोरोना संक्रमण के बाद शिक्षा व्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है। लेकिन इस बीच कोरोना की तरह उसका नया वेरियंट साउथ अफ्रीका में हावी होने लगा है। इसको लेकर भारत में भी स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है।
बरेली, जेएनएन। Omicron Variant in Shajahanpur : कोरोना संक्रमण के बाद शिक्षा व्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है। लेकिन इस बीच कोरोना की तरह उसका नया वेरियंट साउथ अफ्रीका में हावी होने लगा है। इसको लेकर भारत में भी स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। जिले में भी इसको लेकर तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। लेकिन अभिभावकों को अब बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर चिंता सताने लगी है। ऐसे में विद्यालयों में उपस्थिति पर भी धीरे-धीरे असर पड़ने लगा है। वहीं विद्यालय प्रबंधन नई गाइड लाइन न आने तक विद्यालय में सैनिटाइजेशन से लेकर अन्य व्यवस्थाएं दुरस्त करने में जुट गए है। कक्षाएं भी दो शिफ्टों में संचालित करने पर विचार कर रहे है। हालांकि यह प्रशासन के आदेश के बाद ही शुरू करने की बात कह रहे है।
यह बरतें सावधानियां
- बच्चों को दूसरों के संपर्क में न जाने दे।
- मास्क लगाकर ही स्कूल भेजे
- कक्षा में भी दूरी बनाकर बैठे
- बीमार होने पर बिना जांच कराए दवा न ले।
- परिवार के सभी सदस्य वैक्सीनेशन करा ले।
- घर के आस-पास गंदगी न फैलने दे।
- बच्चों को मच्छरदानी में ही लिटाए।
- हाथों को बार-बार सैनिटाइज करते रहे।
- कोरोना की जांच खुद व बच्चों की करा ले।
कोरोना संक्रमण ने लोगों को बड़ा नुकसान पहुंचाया। अब नये वेरियंट को लेकर चर्चा चलने लगी है। जो बेहद चिंता का कारण है। बच्चों को स्कूल भेजने में भी डर लग रहा है। फिल पूरी सावधानी बरतने का प्रयास किया जा रहा हैं। विनोद कुमार, अभिभावक
दो बच्चे स्कूल जा रहे है। बच्चों को मास्क लगाकर ही भेजते है। दूसरों के संपर्क में भी न रहने की सलाह दे रहे है। प्रशासन को सैनिटाइजेशन फिर शुरू कराना चाहिए। इसके अलावा अन्य व्यवस्थाएं भी दुरस्त रखे ताकि संक्रमण न फैले। चंद्रकांत, अभिभावक
कक्षा में बच्चों को बैसे ही दूर-दूर बैठाया जा रहा है। उन्हें पानी तक घर से लाने के निर्देश है। कोविड नियमों का पालन करने के लिए भी बताया जाता है। आगे प्रशासन से जो निर्देश मिलेंगे उसी आधार पर विद्यालय का संचालन होगा। जरूरत पड़ने पर दो शिफ्ट में भी कक्षाएं शुरू कराई जा सकती है। डा. राखी मिश्रा, प्रधानाचार्य डा. सुदामा प्रसाद
वेरियंट को लेकर अभी कोई गाइड लाइन नहीं आई है। फिलहाल संक्रमण से बचाव के लिए लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कोरोना के लक्षण होने पर बच्चों की जांच जरूर कराएं। विभाग की ओर से 1700 से अधिक जांच हर दिन कराई जा रही है। जिन लोगों के टीका नहीं लगा है वह जल्द लगवा ले। रोहिताश कुमार, प्रभारी सीएमओ
बच्चों को बाहरी व्यक्तियों के संपर्क से दूर रखे। परिवार के सदस्य भी बाहर से आने पर बच्चों को गोद में उठाकर दुलार करने से पहले हाथों को सैनिटाइज कर ले। इसके अलावा उनके खान-पान पर भी विशेष ध्यान रखे। किसी को सर्दी, खांसी आदि है तो तत्काल जांच करा ले। क्योंकि संक्रमण फैलने में देर नहीं लगती है। डा. राजेश कुमार, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कालेज व बाल रोग विशेषज्ञ