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ऐसा क्या हुआ इज्जत नगर के रेल कारखाना में कि कर्मचारी आ गए दहशत में, जानिए पूरा मामला

त्रिशूल एयरबेस परिसर में 13 नवंबर को देखे गए तेंदुआ की वजह से आस पास इलाके में दहशत है। एयरबेस कैंपस के साथ ही नजदीक में स्थित कत्था फैक्ट्री के बाद इज्जतनगर मंडल के यांत्रिक कारखाना में तेंदुआ देखे जाने की अफवाह फैल गई।

By Sant ShuklaEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 11:53 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 11:53 AM (IST)
ऐसा क्या हुआ इज्जत नगर के रेल कारखाना में कि कर्मचारी आ गए दहशत में, जानिए पूरा मामला
कारखाना प्रबंधक ने होशियार रहने व कारखाना के पिछले हिस्से में बने जंगल में न जाने की सलाह दी है।

 बरेली, जेएनएन।  त्रिशूल एयरबेस परिसर में 13 नवंबर को देखे गए तेंदुआ का आस पास में दहशत है। एयरबेस कैंपस के साथ ही नजदीक में स्थित कत्था फैक्ट्री के बाद इज्जतनगर मंडल के यांत्रिक कारखाना में तेंदुआ देखे जाने की अफवाह फैल गई। अफवाह के चलते अंधेरा होते ही कर्मचारी डरने लगे हैं। ऐसे में पूर्वोत्तर रेलवे कार्मिक यूनियन ने मुख्य कारखाना प्रबंधक को ज्ञापन दिया है। जिसके माध्यम से कर्मचारियों की सुरक्षा की व्यवस्था किए जाने को कहा गया है।

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ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है  पूरे यांत्रिक कारखाना की वन विभाग के द्वारा कांबिंग कराई जाए। इसके साथ ही सुरक्षा एजेंसी को शाम पांच बजे के बाद विशेष सुरक्षा व्यवस्था कराए जाने की मांग की गई। बताया गया कि अब जल्द ही कारखाना प्रशासन सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था करने जा रहा है। जिससे कि तेंदुआ की मौजूदगी का पता चल सके। बता दें कि शनिवार को कुछ कर्मचारियों ने कारखाना के पिछले हिस्से में जहां जंगल है। वहां तेंदुआ को देखा है। जिसकी जानकारी भी दी गई। शनिवार व सोमवार को अवकाश के बाद मंगलवार को इस समस्या का समाधान करने को ज्ञापन दिया गया है। ऐसे में कारखाना प्रबंधक ने सभी को होशियार रहने व कारखाना के पिछले हिस्से में बने जंगल की ओर न जाने की सलाह दी है। त्रिशूल एयरबेस कैंपस में देखे गए तेंदुआ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम लगी हुई है लेकिन अभी तक तेंदुआ को पकड़ने में सफल नहीं हो पाई और न ही उसकी लोकेशन पता चल पाई है। 

नहीं मिले कोई साक्ष्य

त्रिशुल एयरबेस कैंपस में तेंदुआ की उपस्थिति का पता लगाने के लिए डब्लूटीआइ दुधवा के विशेषज्ञ लगे हुए हैं। तीन दिन में उन्हें तेंदुआ होने की कोई जानकारी के साथ ही कोई भी साक्ष्य नहीं मिला है। वहीं फतेहगंज पश्चिमी की बंद रबर फैक्ट्री में घूम रही बाघिन को पकड़ने के लिए विशेषज्ञ फर्रूखाबाद में तेंदुआ पकड़ने के बाद आने की संभावना जताई है।


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