बरेली मंडल के इस जनपद में चुनाव जीतने के लिए दावेदार दे रहे रिश्तों की दुहाई, खातिरदारी में भी चल रहा कंपटीशन
Panchayat Chunav in Bareilly Division News आपस के शिकवे-गिले भुलाकर एक-दूसरे को होली के रंग में रंग चुके है। घर से लेकर बाजारों और चौराहों तक माहौल होलीमय है। पंचायत चुनाव भी शुरू हो चुका है इसकी वजह से होली सियासी रंग में सराबोर है।
बरेली, जेएनएन। Panchayat Chunav in Bareilly Division News : आपस के शिकवे-गिले भुलाकर एक-दूसरे को होली के रंग में रंग चुके है। घर से लेकर बाजारों और चौराहों तक माहौल होलीमय है। पंचायत चुनाव भी शुरू हो चुका है, इसकी वजह से होली सियासी रंग में सराबोर है। होली के बहाने मतदाताओं की खातिरदारी के भी इंतजाम किए गए हैं। कहीं रिश्तों की दुहाई दी जा रही है तो कहीं जातीय गणित बैठाया जा रहा है। अभी नामांकन नहीं हुए हैं, इसलिए दावेदारों पर आचार संहिता प्रभावी नहीं है। इसलिए होली के बहाने चुनावी माहौल अपने पक्ष में बनाने की कोशिश की जा रही है।
जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर अंदरखाने घमासान शुरू हो चुका है। जिला पंचायत सदस्य सीटों के लिए सभी प्रमुख दलों में पार्टी का समर्थन हासिल करने की जोर-आजमाइश चल रही है। माहौल होली का है इसलिए पार्टी के बड़े नेताओं से मिलकर मिन्नतें की जा रही हैं। गांवों में प्रधान पदों के दावेदारों ने तो होली पर दरियादिली दिखानी शुरू कर दी है। होली पर मिलने-मिलाने और दावतों का दौर शुरू हो चुका है। राजनीतिक जमीन को मजबूत करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी गई है।
मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए दावेदार अपने रिश्ते और संबंधों की दुहाई देते थक नहीं रहे। इसके लिए मतदाताओं के रिश्तेदारों से भी संपर्क कर जनसमर्थन हासिल करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। चुनाव में अब वक्त बहुत कम बचा है, नामांकन और मतदान में महज सप्ताह भर का समय प्रचार के लिए मिलेगा। चुनाव से पहले होली दावेदारों के लिए मुफीद साबित हो रही है। वजह अभी नामांकन नहीं कराया है, इस समय किया गया खर्च, चुनावी खर्चे में नहीं जुड़ेगा और भावी प्रत्याशियों की राह भी आसान हो सकती है। इसलिए होली में ही चुनाव जीतने के प्रति आश्वस्त हो जाने की कोशिश होती दिख रही है।
खातिरदारी में भी चल रही प्रतिस्पर्धा
प्रधानी जीतने के लिए गांवों में दावेदार अब खुलकर सामने आ गए हैं। कुछ लोगों ने पर्चा भी खरीद लिया है। चुनावी होली में मतदाताओं की खातिरदारी में भी प्रतिस्पर्धा हो रही है। विरोधी खेमे पर भी नजर रखी जा रही है। खातिरदारी में कमजोर न रह जाएं, इसको लेकर भी एहतियात बरती जा रही है। वक्त बहुत बदल गया है, अब मतदाता भी जागरूक हो चुके हैं। खातिरदारी के पीछे का राज भी समझ रहे हैं, इसलिए सबकी हां में हां मिलाते हुए होली का लुत्फ उठा रहे हैं।