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Oxygen Shortage in Bareilly : बरेली में ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए आगे आया सिख समाज, आक्सीजन लंगर लगाकर जरूरतमंदों को दी सांसे

Oxygen Shortage in Bareilly सिख समुदाय संकट में हमेशा सबसे आगे खड़े नजर आते हैं।बरेली के मॉडल टाउन स्थित गुरु गोविंद सिंह इंटर कॉलेज में भी गुरुवार से ऑक्सीजन का लंगर शुरू हो गया।इससे अब शहर में ऑक्सीजन की वजह से लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 11:37 AM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 11:37 AM (IST)
Oxygen Shortage in Bareilly : बरेली में ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए आगे आया सिख समाज, आक्सीजन लंगर लगाकर जरूरतमंदों को दी सांसे
गुरुवार को पहले दिन 11 लोगों ने ऑक्सीजन लंगर का लाभ लिया।

बरेली, जेएनएन। Oxygen Shortage in Bareilly : सिख समुदाय संकट में हमेशा सबसे आगे खड़े नजर आते हैं। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की ओर से संकट के समय में जिस तरह से संक्रमितों की मदद के लिए सिख समुदाय आगे आया है, ठीक उसी की तर्ज पर बरेली के मॉडल टाउन स्थित गुरु गोविंद सिंह इंटर कॉलेज में भी गुरुवार से ऑक्सीजन का लंगर शुरू हो गया। इससे अब शहर में ऑक्सीजन की वजह से लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा।

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बरेली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, श्री गुरु सिंह सभा गुरमत प्रचार सोसाइटी के सदस्य तेजपाल सिंह ने बताया कि बरेली में पिछले दिनों ऑक्सीजन न मिलने की वजह से कई लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी। कोरोना काल में अब किसी को भी ऑक्सीजन की कमी के चलते अपनी जान न गंवानी पड़े, इसी उद्देश्य से श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 400 साला प्रकाश पर्व को समर्पित निश्शुल्क ऑक्सीजन के लंगर की शुरुआत की गई है। बताया कि गुरुवार को पहले दिन 11 लोगों ने ऑक्सीजन लंगर का लाभ लिया।

इनको मिला लाभ

फतेहगंज निवासी गुलशाना ने बताया कि दो दिन से मेरी मां हमशीरन की तबीयत खराब चल रही थी। सांस लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई जगह ऑक्सीजन के लिए भटके। लेकिन, बात न बनी। तब किसी ने यहां आक्सीजन लंगर के लिए बताया। तब यहां निश्शुल्क ऑक्सीजन मिल सकी। नित्यानंद ने बताया कि सुबह से ही पिता जानकी प्रसाद को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। दो अस्पतालों में लेकर पहुंचे। लेकिन वहां ऑक्सीजन नहीं मिली। तब वहीं किसी ने ऑक्सीजन लंगर के बारे बताया। यहां सहायता मिली तो राहत मिली। जादवी ने बताया कि हमारी सास सुगरा की तबीयत तीन दिनों से ही खराब चल रही थी। अस्पतालों में जगह न मिलने की वजह से मजबूरन घर में ही घरेलू उपचार जारी रखा। बुधवार की रात सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी। तब रिश्तेदारी में किसी ने यहां के बारे में जानकारी दी। यहां पहुंचकर आक्सीजन चढ़वाई। इस दौरान हमने अस्पताल में भर्ती करने का इंतजाम किया। 


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