बरेली में नहीं है ऑक्सीजन की कमी, हर रोज 980 किमी का सफर तय करके आ रही आक्सीजन
Oxygen Crises in Bareilly काशीपुर मोदीनगर के ऑक्सीजन प्लॉट से आपूर्ति घटने के बाद बरेली में ऑक्सीजन आपूर्ति बोकारो झारखंड से आ रही है। ऑक्सीजन उत्पादन कम नहीं है लेकिन दूरी होने से बरेली की तीन रिफलिंग यूनिट को कच्चा माल देर से और कम मिल पा रहा है।
बरेली, जेएनएन। काशीपुर, मोदीनगर के ऑक्सीजन प्लॉट से आपूर्ति घटने के बाद बरेली में आॅक्सीजन आपूर्ति बोकारो झारखंड से आ रही है। ऑक्सीजन उत्पादन कम नहीं है, लेकिन दूरी अधिक होने से बरेली की तीन रिफलिंग यूनिट को कच्चा माल देर से और कम मिल पा रहा है। ऑक्सीजन के रिफलिंग प्लांट चलाने वालों का दावा है कि बरेली में फिलहाल ऑक्सीजन की कमी नहीं होने जा रही है। क्योंकि ऑक्सीजन का उत्पादन ठीक हो रहा है।
झारखंड के बोकारो से बरेली की दूरी 980 किमी का सफर तय करने में एक लिक्विड ऑक्सीजन के एक टैंकर को दो दिन तक समय लग रहा है। एक टैंकर में 20-22 टन लिक्विड ऑक्सीजन आती है। बरेली पहुंचने के बाद लिक्विड ऑक्सीजन का स्टॉक फरीदपुर, रजऊ और परसाखेड़ा की तीन ऑक्सीजन रिफलिंड इकाइयों के बीच बंटना होता है। एक टन ऑक्सीजन से 90-95 सिलिंडर रिफिल होते हैं। अब कच्चा माल देर से और कम मिलने की वजह ऑक्सीजन प्लांट चलाने वाले उद्यमी परेशान हैं। क्षमता से अधिक उत्पादन करने के बावजूद बाजार की मांग को पूरा नहीं किया जा पा रहा है। तीन गुना अधिक क्षमता पर उत्पादन हो रहा है, लेकिन बाजार में ऑक्सीजन की मांग 20 गुना बढ़ी हुई हैं।
शहर दूरी समय
बोकारो झारखंड 980 दो दिन
मोदीनगर 230 एक दिन
काशीपुर उत्तराखंड 134 पांच घंटे
सिलिंडर रिफिल लागत 180 से 210 रुपये हुई
उड़ीसा, झारखंड में ऑक्सीजन का सबसे अधिक उत्पादन होता है। पहले मोदीनगर, काशीपुर से टैंकर आने की वजह से सरकारी सर्कुलर के फिक्स रेट 180 रुपये में सिलिंडर रिफिल हो रहा था। अब भाड़ा बढ़ने से प्रति सिलिंडर 210 रुपये लिया जा रहा है। पहले ऑक्सीजन की आपूर्ति उद्योगाें को भी हो रही थी, लेकिन सरकारी रोक के बाद सिर्फ मेडिकल इस्तेमाल के लिए जारी की जा रही है।
टैंकर होने लगे हाइजैक, बरेली की जगह दूसरे शहर पहुंच रहे
बरेली के लिए आवंटित ऑक्सीजन को आपातस्थिति में लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर के लिए भेजी जा रही है। ऑक्सीजन के टैंकरों को हाईजैक किया जा रहा है। इसकी वजह से बरेली में भी कच्चा माल और देरी से पहुंच पा रहा है। टैंकरों पर हमले की घटनाओं के चलते बरेली की रिफलिंग यूनिट पर पुलिस मूवमेंट को बढ़ा दिया गया है।