Move to Jagran APP

Operation Tiger Update : शातिर बाघिन के आगे विशेषज्ञों के सभी हथकंडे फेल, हैरान हुए अफसर

Operation Tiger Update All the experts failed in front of the vicious tigress shocked officers

By Ravi MishraEdited By: Published: Fri, 26 Jun 2020 09:21 PM (IST)Updated: Fri, 26 Jun 2020 09:21 PM (IST)
Operation Tiger Update : शातिर बाघिन के आगे विशेषज्ञों के सभी हथकंडे फेल, हैरान हुए अफसर
Operation Tiger Update : शातिर बाघिन के आगे विशेषज्ञों के सभी हथकंडे फेल, हैरान हुए अफसर

 बरेली, जेएनएन। फतेहगंज पश्चिमी की बंद रबर फैक्ट्री में घूम रही बाघिन 105 दिनों के बाद भी विभाग की पकड़ से दूर है। गुरुवार विशेषज्ञ रातभर रबर फैक्ट्री मे बाघिन का इंतजार करते रहे लेकिन उसके किसी मूवमेंट की जानकारी नहीं हो सकी। यहां तक कि लगाए गए 26 सेंसर व दो वायरलेस जीएसएम अलार्म कैमरे में भी बाघिन दिखाई नहीं दी। वहीं बीते दिन हुई बरसात से फैक्ट्री परिसर में कई जगह पानी भर जाने से विशेषज्ञों की मुश्किलें बढ़ गई है।

loksabha election banner

दरअसल बाघिन को ट्रेंक्युलाइज करने के लिए सही जगह का होना जरूरी है। बताया गया कि डार्ट लगने के बाद भी बाघिन पांच किलोमीटर तक भाग सकती है। ऐसे में तालाब आदि में जाने से बाघिन को खतरा हो सकता है। रबरफैक्ट्री में ऑपरेशन टाइगर मुख्य वन संरक्षक ललित कुमार के नेतृत्व में हो रहा है।

जिसमें वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया (डब्ल्यूआइआइ) के चार विशेषज्ञ डॉ. आयुष, डॉ. सनत मुलिया, सर्वेश राय, वन्यजीव विशेषज्ञ डा. आरके सिंह, दुधवा नेशनल पार्क के डा. दुष्यंत सिंह बाघिन को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों समेत 93 कर्मचारी रेस्क्यू में लगे हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि शुक्रवार को उमस होने के कारण बाघिन कहीं ठंडे में छिपी बैठी है। पिछले तीन दिनों से शिकार न करने से टीम को उम्मीद है कि वह शुक्रवार देर रात बाहर निकलेगी। जिसके निकलते ही सही स्थान व समय होने पर उसे तुरंत ट्रेेक्युलाइज किया जाएगा।

बाघिन की चालाकी से हैरान हैं विशेषज्ञ

रबर फैक्ट्री में घूम रहीबाघिन की चालाकी से विशेषज्ञ भी पूरी तरह से हैरान हैं। ऑपरेशन टाइगर शुरू होने से पहले बाघिन रोजाना भ्रमण को निकला करती थी। जिसकी पुष्टि परिसर में लगे सेंसर कैमरे करते हैं लेकिन विशेषज्ञों के आने के बाद से बाघिन ने मूवमेंट ही बंद कर दिया है। जिसके चलते विशेषज्ञों की प्लानिंग सफल नहीं हो पा रही है।

बरसात हो जाने से विशेषज्ञों को कुछ दिक्कत हो रही है।बाघिन पिछले 48 घंटे से कोई मूवमेंट नहीं कर रही है। विशेषज्ञ बाघिन को पकड़ने के लिए लगे हैं। शुक्रवार रात को भी सभीफैक्ट्री परिसर में ही रहेंगे।- ललित कुमार वर्मा, मुख्य वन संरक्षक बरेली परिक्षेत्र

चहल कदमी सेबाघिन सतर्क, दूसरे दिन भी नहीं निकली

शुक्रवार को ऑपरेशन टाइगर जारी हुए 48 घंटे पूरे हो गए। अभी तक वन विभाग को इसमें सफलता नहीं मिली है। वहीं वन्य जीव विशेषज्ञों का कहना है कि हम टारगेट के काफी नजदीक है।बाघिन भी बेहद शातिर है। हल्की सी आहट में वह बाहर आना बंद कर दे रही है।बाघिन को ट्रेक्युंलाइज करने के लिए सही स्थान का चयन किया जा रहा है। इसके लिए कई जगहों पर शिकार भी बांधा गया है।

मुख्य वन संरक्षक ललित कुमार वर्मा ने बताया किफैक्ट्री परिसर जंगल में तब्दील होने के कारण विशेषज्ञों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रबर फैक्ट्री में विशेषज्ञों के अलावा सभी के आवागमन में रोक लगा दी गई है।फैक्ट्री की सभी सीमाओं में वन विभाग की टीम लगा दी गई है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.