रुविवि में पांच अगस्त से ऑनलाइन पढ़ाई, ई-कंटेंट तैयार ही नहीं
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष को छोड़कर नए सत्र की ऑनलाइन पढ़ाई पांच अगस्त से शुरू होगी।
बरेली, जेएनएन। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष को छोड़कर नए सत्र की ऑनलाइन पढ़ाई पांच अगस्त से शुरू होगी। इसके लिए शासन ने जुलाई की शुरुआत में ही आदेश जारी कर कहा था कि 3 अगस्त तक 20 फीसद सिलेबस का ई-कंटेंट तैयार लिया जाए, जिससे पांच अगस्त से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो सकें। लेकिन रुहेलखंड विश्वविद्यालय में अभी सिर्फ 27 में से सिर्फ चार-पांच विभागों ने ही यह प्रक्रिया शुरू की है। यह स्थिति तब है जबकि पांच अगस्त से 45 दिन तक ऑनलाइन मोड़ पर ही पढ़ाई कराई जानी है। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि जल्द ही सिलेबस से जुड़ा ई-कंटेंट तैयार कर लिया जाएगा।
कोविड-19 की वजह से सभी शिक्षण संस्थान बंद चल रहे हैं। छात्रों की पढ़ाई चालू रखने के लिए ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था की गई है। पांच अगस्त से विश्वविद्यालय में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू होनी है। इसके लिए सिलेबस का 20 फीसद हिस्सा ई-कंटेंट के रूप में तैयार करना है ताकि पांच जुलाई से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो सकें। बीते दिनों विश्वविद्यालय ने भी इसके लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण व्यवस्था कमेटी गठित कर दी। लेकिन तमाम विभागों के गुरुजी इसमें रुचि नहीं ले रहे। हालात ये हैं कि एनिमल साइंस, एमबीए, एजुकेशन व एक अन्य विभाग को छोडृ अन्य किसी में ई-कंटेंट तैयार करना नहीं शुरू हुआ।
ई-कंटेंट कमेटी का दावा : सभी डीन व हेड से हो गई है बात
20 फीसद सिलेबस में ई-कंटेंट तैयार करने के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण व्यवस्था कमेटी बनाई गई है। इसमंए 15 कोआर्डिनेटर सहित 15 सदस्य शामिल हैं। कमेटी की कोआर्डिनेटर प्रो. क्षमा पांडेय का कहना है कि ई-कंटेंट के लिए सभी विभागों के डीन व हेड को कहा गया है। प्रत्येक फैकल्टी में दो-दो कोआर्डिनेटर भी बनाए गए हैं। चार विभागों ने काम शुरू कर दिया है। बाकी भी जल्द शुरू कर देंगे। गौरतलब है कि रुहेलखंड विश्वविद्यालय में करीब 170 शिक्षक तैनात हैं।
ई-पोर्टल के लिए कई सिलेबस का ई-कंटेट तैयार करने की मिली जिम्मेदारी
एक ओर रुहेलखंड विश्वविद्यालय अपने सिलेबस का 20 फीसद ई-कंटेंट तैयार करने में रुचि नहीं दिखा रहे। दूसरी ओर शासन ने केंद्रीय कृत ई-कंटेंट पोर्टल के लिए कई विषयों का ई-कंटेंट तैयार करने की जिम्मेदारी दे दी। बुधवार को इसका आदेश विश्वविद्यालय के पास पहुंचा। कुलसचिव डॉ. सुनीता पांडेय ने बताया कि विश्वविद्यालय को बीए-एमए में एंथ्रोपॉलजी के अलावा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियङ्क्षरग और नर्सिंग विषय का ई-कंटेंट तैयार करके भेजना है।