Online Ranking : जानिए बेहतर शहरों की दौड़ में क्यों पीछे हुआ बरेली, मिला 43वां स्थान
स्मार्ट सिटी में चाहे कई काम शहर में हो रहे हैं लेकिन यह अन्य शहरों की तुलना में रहने लायक नहीं है। ऐसे शहरी विकास मंत्रालय की ओर से जारी बेहतर शहरों की सूची में पाया गया है।
बरेली, जेएनएन। स्मार्ट सिटी में चाहे कई काम शहर में हो रहे हैं, लेकिन यह अन्य शहरों की तुलना में रहने लायक नहीं है। ऐसे शहरी विकास मंत्रालय की ओर से जारी बेहतर शहरों की सूची में पाया गया है। देश के दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले 49 शहरों की सूची में बरेली को 43वां स्थान मिला है। देश और प्रदेश की राजधानी के बीच का यह शहर काफी पीछे चला गया है।
शहर से हवाई उड़ान जल्द शुरू होनी है। इसके शुरू होने के साथ ही शहर के विकास को पंख लगने की उम्मीद जताई जा रही है। पर्यावरण के लिहाज से भी अपना शहर अन्य की तुलना में बेहतर है। बावजूद इसके शहर को रहने की दृष्टि से सही नहीं आंका गया है। शहरी विकास मंत्रालय ने गुरुवार को ऐसे शहरों और नगर निगमों की लिस्ट निकाली है जो 2020 में रहने के लिहाज से देशभर में सबसे अच्छे हैं।
इन शहरों की ऑनलाइन रैंकिंग जारी हुई है। ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 की लिस्ट में 111 शहर रहे जिसमें बरेली भी शामिल रहा। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि आने वाले एक साल में शहरवासियों को सभी सुविधाएं मिलेंगी। शहर का विकास होगा और रैंकिंग में सुधार भी आएगा।
प्रदेश के 14 शहरों में बरेली आखिरी स्थान
ईज ऑफ़ लिविंग इंडेक्स (ईओएलआइ) की तरह, एमपीआइ 2020 के तहत मूल्यांकन ढांचे में जनसंख्या के आधार पर नगर पालिकाओं को दस लाख से अधिक जनसंख्या वाली नगरपालिका और 10 लाख से कम आबादी वाले नगर पालिकाओं में श्रेणी बद्ध किया गया है। देश के 111 शहरों में प्रदेश के 14 शहरों को शामिल किया गया। 10 लाख से अधिक आबादी में आठ और एक लाख से अधिक में छह शहर शामिल हुए हैं। अंकों के आधार पर रैंकिंग तय की गई। यूपी के 14 शहरों में बरेली को आखिरी स्थान मिला है।
मौजूदा समय में शहर में विकास के कई काम चल रहे हैं। इसका लाभ आगे जारी होने वाली रैंकिंग में मिलेगा। फिलहाल सभी क्षेत्र में काम किए जा रहे हैं। इससे निश्चित तौर पर अगली बार रेटिंग में सुधार होगा। अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त