UG & PG Admission 2019 : कॉलेजों की बेचैनी पर पांच अगस्त तक प्रवेश की मोहलत Bareilly News
स्नातक और परास्नातक में दाखिले से वंचित छात्रों को एक और मौका दिया है। अब पांच अगस्त तक कॉलेजों में प्रवेश होंगे। इसके बाद कोई मौका नहीं मिलेगा।
बरेली, जेएनएन : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने स्नातक और परास्नातक में दाखिले से वंचित छात्रों को एक और मौका दिया है। अब पांच अगस्त तक कॉलेजों में प्रवेश होंगे। इसके बाद कोई मौका नहीं मिलेगा। कॉलेज भी इसी अवधि में प्रवेश प्रक्रिया पूरी करें।
रुविवि में प्रवेश की अंतिम तिथि 31 जुलाई थी। गुरुवार को कॉलेजों से विवि में मांगे पहुंचने लगीं कि तिथि बढ़ाई जाए। शिकायत और मांगों की फेहरिस्त शाम तक काफी लंबी हो गई। क्योंकि बरेली कॉलेज, हंिदूू कॉलेज समेत अधिकांश कॉलेजों में विद्यार्थी प्रवेश के लिए पहुंचे थे। मगर विवि की वेबसाइट बंद होने से कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया बंद रही। शाम को कुलपति की अध्यक्षता में प्रवेश समन्वयक के साथ बैठक हुई। इसमें कॉलेजों की मांगें रखी गईं।
एक लाख छात्र हुए थे फेल, पढ़ाई पर सवाल
एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के नए शैक्षिक सत्र की पढ़ाई शुरू हो चुकी है। बरेली-मुरादाबाद मंडल के नौ जिलों में रुविवि से संबद्ध करीब 530 कॉलेजों में पढ़ाई की गुणवत्ता पर सवाल बना है क्योंकि बीते शैक्षिक सत्र 2018-19 में इनके रिजल्ट ने निराश किया था। बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, एमएससी, एमकाम रेगुलर और प्राइवेट पाठ्यक्रमों में करीब एक लाख विद्यार्थी फेल हुए थे। मुख्य परीक्षा में फेल विद्यार्थियों की संख्या ने चौंकाया था। प्रोफेसरों के मुताबिक, अब कॉलेजों को ही इस पर मंथन और सुधार की जरूरत है। पढ़ाई अच्छी होगी तो निश्चित रूप से रिजल्ट भी उतना ही अच्छा आएगा।
कॉलेजों में नहीं पर्याप्त फैकल्टी
रुविवि प्रशासन पिछले दो सालों से कॉलेजों में नियुक्त शिक्षकों का ब्यौरा जुटा रहा है। इसमें यह सामने आ चुका है कि कॉलेजों में छात्रों के सापेक्ष पर्याप्त और योग्य फैकल्टी की कमी है। जो गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई न होने का बड़ा कारण है।
एडमिशन के बाद देते परीक्षा
राजकीय, एडेड और निजी कॉलेजों में पढ़ाई का वातावरण न बनने का सबसे बड़ा कारण छात्र-छात्रओं की अनुपस्थिति है। प्रोफेसर इस पर चिंता भी जताते हैं। इस तर्क के साथ कि विद्यार्थी पढ़ने ही नहीं आते हैं। प्रवेश लेने के बाद या तो प्रैक्टिकल या सीधे परीक्षा ही देते हैं। इसलिए कॉलेज और विवि दोनों को 75 प्रतिशत निर्धारित उपस्थिति सुनिश्चित कराने पर जोर देने की जरूरत है।
छात्रों संग शिक्षकों की असफलता
रुविवि के कुलपति प्रो. अनिल शुक्ल के मुताबिक शिक्षक-छात्र दोनों अपनी जिम्मेदारी निभाए हैं। परीक्षा में रिजल्ट अच्छा न आना या ज्ञान प्राप्ति न होना केवल छात्रों की ही असफलता नहीं है, बल्कि शिक्षकों का भी फेल्योर है। शिक्षकों की बड़ी संख्या ऐसी भी है जो पढ़ाने को लेकर गंभीर हैं, तो वहां विद्यार्थी भी जाते हैं। कॉलेज विद्यार्थियों की 75 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराएं।
बरेली कॉलेज ने मांगी थी विशेष अनुमति
बरेली कॉलेज की प्रवेश प्रक्रिया विवादों में फंसने के कारण बाधित रही। इसलिए कॉलेज ने पांच अगस्त तक प्रवेश की विशेष अनुमति मांगी थी। इसी तिथि को विवि ने अंतिम तिथि तय करते हुए सभी कॉलेजों को राहत दे दी।
बरेली कॉलेज में प्रवेश आज
बरेली कॉलेज में एलएलबी समेत अन्य पाठ्यक्रमों में शुक्रवार से प्रवेश होंगे। कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आवेदक अभ्यर्थी वेबसाइट पर मेरिट देखकर प्रवेश करा लें।
नए पंजीकरण भी करा सकेंगे छात्र
जो विद्यार्थी बरेली-मुरादाबाद मंडल के किसी कॉलेज में प्रवेश लेना चाहता है और विवि की वेबसाइट पर पंजीकरण नहीं कराया। वह तीन अगस्त तक पंजीकरण करा सकते हैं। दूसरा, जिन्होंने विवि की साइट पर पंजीकरण करा दिया और सौ रुपये का शुल्क नहीं जमा किया। वह इसी तिथि तक शुल्क जमा कर सकते हैं। वहीं, जिन्होंने पंजीकरण कराकर कॉलेजों में आवेदन नहीं किया, वह आवेदन कर प्रवेश प्रक्रिया पूरी करा लें
बीपीएड की मेरिट से करें प्रवेश
रुविवि ने बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन-बीपीएड में मेरिट जारी कर कॉलेजों को प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है। कॉलेज प्रवेश के लिए विज्ञापन निकालकर 16 अगस्त तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी करेंगे।
प्रवेश की तिथि बढ़ाकर पांच अगस्त तक कर दी गई है। छात्र-कॉलेज इस अंतराल में प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर लें। -प्रो. अनिल शुक्ल, कुलपति, रुविवि
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