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बरेली में ओमिक्रोन अलर्ट, विदेश से आने वालों पर अब आरआरटी की नजर, जानिए सात दिनाें में विदेशाें से लाैटे कितने लाेग

कोरोना संक्रमण के ओमिक्रोन वैरिएंट का असर दुनिया के अन्य देशों के साथ ही भारत में भी दिखने लगा है। ऐसे में शासन के निर्देश पर जिले में भी स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण के इस खतरनाक स्वरूप से बचने की तैयारी कर ली है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Thu, 09 Dec 2021 09:25 AM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 09:25 AM (IST)
बरेली में ओमिक्रोन अलर्ट, विदेश से आने वालों पर अब आरआरटी की नजर, जानिए सात दिनाें में विदेशाें से लाैटे कितने लाेग
बरेली में ओमिक्रोन अलर्ट, विदेश से आने वालों पर अब आरआरटी की नजर

बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के ओमिक्रोन वैरिएंट का असर दुनिया के अन्य देशों के साथ ही भारत में भी दिखने लगा है। ऐसे में शासन के निर्देश पर जिले में भी स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण के इस खतरनाक स्वरूप से बचने की तैयारी कर ली है। एक से सात दिसंबर तक विदेश से बरेली में 200 लोग पहुंचे हैं। इनमें से 21 लोग ऐसे देशों से आए हैं, जहां ओमिक्रोन का खतरा तेजी से फैल रहा है। ऐसे में इन सभी लोगों की निगरानी के लिए रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) का गठन किया गया है।

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जिला प्रशासन के पास पहुंच रही रिपोर्ट 

देश के विभिन्न एयरपोर्ट से बरेली आने वाले लोगों का डेटा खंगाला जा रहा है। इसके तहत फ्लाइट से सीधे बरेली एयरपोर्ट आने वाले ही नहीं बल्कि विदेश से देश में फ्लाइट आने के बाद किसी भी माध्यम से बरेली में पासपोर्ट बनवाने वाले लोगों की जानकारी पासपोर्ट आफिस भेजी जा रही है। इनमें से कई दूसरे जिलों से लोग भी शामिल हैं। स्थानीय निवासियों की जानकारी जिला प्रशासन के जरिए स्वास्थ्य विभाग को भेजी जा रही है। वहीं दूसरे जिलों के लोगों की जानकारी वहां के जिला प्रशासन तक पहुंच रही है। जिससे सभी पर निगरानी की जा सके। कुल 200 केस में से जिले से पासपोर्ट बनवाकर दूसरे जिलों में रहने वाले दो लोग मिले हैं।

आठ दिन तक रहेगी नजर, रोजाना जानेंगे हाल 

जिले में जो लोग विदेश से आए हैं, उनसे रोज बात कर हालचाल लिया जाएगा। इसके साथ ही आरआरटी का जिम्मा रोज विदेश से आए लोगों व उनके स्वजन से मिलकर स्वास्थ्य चेक करने की होगी। खासकर ओमिक्रोन प्रभावित देश से लौटे लोगों पर विशेष नजर रखी जाएगी। इसकी रिपोर्ट रोज स्वास्थ्य महकमे के उच्चाधिकारियों के साथ ही शासन को भी भेजी जाएगी।

इन देशों में तेजी से फैला है ओमिक्रोन वेरिएंट 

ब्रिटेन समेत यूरोप के सभी देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मारीशियस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग, इजराइल।

एयरपोर्ट के बाद बस अड्डे, रेलवे स्टेशन पर बनी कोविड हेल्प डेस्क

कोविड का ओमक्रोन रूप सामने आने के बाद बरेली एयरपोर्ट के बाद जिले की सीमाओं के अलावा बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर भी दोबारा कोविड हेल्प डेस्क बना दी गई है। वहीं मेडिकल मोबाइल यूनिट को डिपार्टमेंट ने मैदान में उतार दिया गया है। जिससे अधिक से अधिक लोगों की रैंडम सैंपलिंग की जा सके।

दूसरी लहर के दौरान थीं कोविड हेल्प डेस्क 

पूर्व की व्यवस्था की बात करें तो रेलवे जंक्शन, सैटेलाइट और पुराने रोडवेज पर स्टेटिक टीमें समय-समय पर आने जाने वालों की कोविड जांच कर रही थीं, लेकिन अब यहां कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की तरह ही मेडिकल मोबाइल यूनिट तैनात की गई हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक नई व्यवस्था के तहत कोविड हेल्प डेस्क बूथ भी बनाए गए हैं। यहां एंटीजन जांच के साथ ही कोविड से जुड़ी समस्त जानकारियां भी यहां से ले सकते हैं।

कोरोना जांच कराने वालों की संख्या बढ़ी 

कोविड की दूसरी लहर का प्रकोप खत्म होने के बाद 300 बेड फ्लू कार्नर और जिला अस्पताल में कोविड जांच कराने के लिए पहुंचने वाले लोगों की संख्या कम हुई थी। लेकिन अब एक बार फिर कोविड का प्रकोप बढ़ने के बाद जांच कराने के लिए पहुंचने वालों की संख्या बढ़ी है। बुधवार को यहां 30 लोगों ने जांच कराई।

मुसाफिरों और खासकर विदेश से आने वालों की निगरानी पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसके लिए तीन मेडिकल मोबाइल यूनिट यहां तैनात की गई हैं। वहीं कोविड हेल्प डेस्क बूथ भी बनाए गए हैं। जिससे जांचों के साथ लोग कोविड से जुड़ी सभी जानकारियां यहां ले सकते हैं। - डा. अनुराग गौतम, प्रभारी, आइडीएसपी


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