हजरत आयशा पर फिल्म बनाने से भड़के उलमा, वसीम रिजवी पर की आपत्तिजनक टिप्पणी Bareilly News
शहर इमाम ने पैगंबर-ए-इस्लाम की पत्नी हजरत आयशा पर बनने वाली फिल्म को लेकर कड़ा एतराज जताया। फिल्म बनाने वाले वसीम रिजवी का नाम लिए बगैर उन्हें आपत्तिजनक शब्द कहे।
जेएनएन, बरेली : जुमे की नमाज में तकरीर के दौरान शहर इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम ने शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम का नाम लिए बगैर कड़ी चेतावनी दी, आपत्तिजनक टिप्पणी कर कहा कि इस्लाम की अजमत से खिलवाड़ करने वाले यह न समझें कि मांओं ने जांबाज बच्चे पैदा करने बंद कर दिए। उन्होंने हुकूमत से मांग की है कि सुन्नी मुसलमानों में गुस्सा बढऩे से पहले ही हजरत आयशा पर फिल्म बनाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
जामा मस्जिद में नमाज से पहले खुतबे के दौरान तकरीर करते हुए शहर इमाम ने पैगंबर-ए-इस्लाम की पत्नी हजरत आयशा पर बनने वाली फिल्म को लेकर कड़ा एतराज जताया। फिल्म बनाने वाले वसीम रिजवी का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनके लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। धमकी भी दी कि जब-जब इस्लाम की शान में गुस्ताखी और उसके अहकाम (निर्देश) के खिलाफ जाकर भावनाएं आहत करने की कोशिश हुई है, मुसलमानों ने जान देकर भी अपने मजहब की हिफाजत की है। शहर इमाम ने कहा कि याद रखें मुसलमानों के जज्बात से खेलने वाले, मांओं ने हर दौर में जांबाज बच्चे पैदा किए हैैं। जिन्होंने अपनी जान कुर्बान करके इस्लाम की हिफाजत पेश की है।
उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुस्तान संविधान से चलेगा और संविधान किसी को यह इजाजत नहीं देता कि किसी मजहब के मानने वालों की भावनाओं को आहत करके माहौल खराब किया जाए। हुकूमत की जिम्मेदारी है कि ऐसे शख्स पर लगाम कसे, जो मुल्क में अपने बयानों और कामों से अशांति फैलाने के प्रयास में लगा हुआ है। बता दें कि शहर इमाम आला हजरत खानदान की बहू रहीं निदा खान के खिलाफ हुक्का-पानी बंद करने के फतवे को लेकर भी चर्चा में आ चुके हैैं। इस मामले में उन पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था।
जज्बात को ठेस पहुंचाने से रोका जाए
आल इंडिया तंजीम उलमा ए इस्लाम की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने हजरत आयशा पर फिल्म बनाने को लेकर शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी की निंदा की। उन पर फिल्म बनाने की जुर्रत बर्दाश्त नहीं होगी। सूफी इकरार हुसैन, मौलाना सिराज अहमद, जावेद मूजीब, मुफ्ती मजहर इमाम कादरी, अब्दुल करीम अजहरी, रजी हसन, उस्मान गनी, खलीक अहमद, कोकब दाऊद खशोगी आदि ने फिल्म से मुसलमानों के जज्बात को ठेस पहुंचने की बात कहते विरोध की धमकी दी। यह भी कहा कि सिनेमाघरों में फिल्म को चलने नहीं दिया जाएगा।