Cyber Fraud: धंतिया के साइबर ठगों पर गड़ी खुफिया विभाग की निगाहें
धंतिया गांव से 14 साइबर ठगों की गिरफ्तारी के बाद अब खुफिया विभाग की नजर गांव पर गाड़ गई है। रविवार को को खुफिया विभाग की टीमें अपने मुखबिर के साथ गांव पहुची।
बरेली, जेएनएन : धंतिया गांव से 14 साइबर ठगों की गिरफ्तारी के बाद अब खुफिया विभाग की नजर गांव पर गाड़ गई है। रविवार को को खुफिया विभाग की टीमें अपने मुखबिर के साथ गांव पहुची। जहा उन्होंने पूरे गांव की गलियां और वहां बने आलीशान मकानों को देखा। इस दौरान यह भी मुखबिर से पूछा कि कौन कौन से घर ठगी से जुड़े हुवे लोगों के है। टीम ने तीन दर्जन से अधिक लोगों के नाम नोट कर उनके घरों की रेकी की साथ ही सभी के मोबाइल नम्बरों के साथ ही घर मे कितने सदस्य हैं और कौन क्या करता है इसका भी रिकार्ड बनाया। वहीं गांव में पुलिस टीमें दबिश दे रहीं है। पुलिस ने जेल गए कुछ घरों के दस्तावेज भी मंगवाकर जब्त किए है। एसपी का कहना है गिरफ्तार कर जेल गए ठगों की संपत्ति जब्त की जाएगी। किसकी कहा कितनी संपत्ति है इसके साथ किसके रिश्तेदारों ने 10 साल में किस तरीके से संपत्ति बनाई इसका भी ब्यौरा जुटाया जा रहा है। बात दे कि पुलिस ने जेल गए ठगों में से पांच मुख्य ठगों को 33 घंटे के लिए रिमांड पर लिया था। जिमसें पूछताछ के दौरान पता चला था। कि ठगों ने उत्तर प्रदेश ही नहीं, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान की करीब 26 बैंकों की अलग-अलग शाखाओं में करीब सात सौ लोगों के एकाउंट खुलवाए थे। इन्हीं में ठगी की रकम आती थी। खाते खुलवाते समय ये लोग आधार कार्ड में हेराफेरी करते थे। नाम, फोटो ठीक रहता था मगर पता बदलवा देते थे। 21 जुलाई को पुलिस ने धंतिया गांव से जमशेद समेत 14 साइबर ठगों को गिरफतार किया था। पूरा रैकेट जमशेद, आरिश खां, राशिद खां, साजिद खां और वारिस खां चलाते थे। पुलिस ने गिरफ्तार 14 आरोपितों के पास से 165 एटीएम कार्ड, 90 चेकबुक, आधार कार्ड आदि समेत लाखों की नकदी व लग्जरी वाहन के साथ ही जेवर बरामद किए थे।
वर्जन
ठगों की संपत्ति का ब्यौरा जुटाया जा रहा है। किसकी कहा कितनी संपत्ति बनाई है। रिश्तेदारों की भी लिस्ट बनाई जा रही। ठगी से अर्जित संपत्ति जब्त होगी।
अभिषेक वर्मा, एसपी