अफसरों से बोले नोडल अधिकारी- अभी मैं पूछ रहा हूं, फिर सीएम पूछेंगे, जवाब आपको ही देना है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बरेली की समीक्षा करने से पहले खादी ग्राम उद्योग विभाग और एमएसएमई के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बरेली के अधिकारियों की क्लास ली।
बरेली, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बरेली की समीक्षा करने से पहले खादी ग्राम उद्योग विभाग और एमएसएमई के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बरेली के अधिकारियों की क्लास ली। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान मुद्दे कोविड-19 के सैंपल, जांच और भर्ती मरीजों के इलाज के इर्द-गिर्द रहे, लेकिन खामियों पर नोडल अधिकारी ने नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई। वीडियो कांफ्रेसिंग में बोले कि इतना कहने के बावजूद गड़बड़ियां नहीं सुधरी। ऐसा नहीं चलेगा।
अभी मैं पूछ रहा हूं... इसके बाद मुख्यमंत्री पूछेंगे.. जवाब तो आपको देना है। तीन दिन पहले हुई समीक्षा में कोविड के 3035 सैंपल इकट्ठा होने पर उन्होंने संतोष जताया, लेकिन सैंपल प्रतिदिन 3500 तक लेकर जाने के निर्देश दिए। 15 सितंबर को आइटीपीसीआर मशीन से सिर्फ 69 टेस्ट होने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने पूछा कि मशीन से होने तो 100 टेस्ट चाहिए, फिर कम क्यों हुए। जवाब में स्टाफ की कमी सामने आने पर उन्होंने स्थानीय स्तर पर स्टाफ की तैनाती करने के लिए कहा।
जिलाधिकारी को राज्य स्तर से मिले बजट से भुगतान करके मशीन की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टेस्ट, सर्वे एवं सर्विलांस के साथ काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग बहुत महत्वपूर्ण है। बरेली जिले की काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग 10 फीसद से ऊपर ही चली, लेकिन पिछले कुछ दिनों में यह ग्राफ नीचे आया है। उन्होंने नाराजगी दिखाते हुए कारण पूछा। स्पेशल टीमों का गठन करके काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग काे दस फीसद से ऊपर लेकर आने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि आइवरमेक्टिन दवा कम नहीं पड़नी चाहिए।
सवा महीना हुए, लेकिन आइसीयू शुरू नही हुआ नोडल अधिकारी ने पूछा कि मुख्यमंत्री का दौरा सात अगस्त को हुए, अब सवा महीना हो गए। लेकिन 300 बेड अस्पताल में आइसीयू नहीं शुरू हो सका। जबकि जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि जल्दी ही शुरू हो जाएगा। अब मुख्यमंत्री पूछेंगे तो आप लोग जवाब दीजिएगा। 481 ने होम एप्लीकेशन डाउनलोड क्यों नहीं किया जिले में करीब 1425 व्यक्ति होम आइसोलेट हैं। 944 ने होम एप्लीकेशन डाउनलोड किया है। उन्होंने कहा कि यह लापरवाही कंट्रोल रूम के जरिए दूर होनी चाहिए।
सौ फीसद मरीजों को होम एप्लीकेशन डाउनलोड करना है। नगर आयुक्त और डीपीआरओ से नाराजगी सर्वे एवं सर्विलांस में नगर आयुक्त अभिषेक आनंद और डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार से रिपोर्ट नहीं मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। सीएमओ से समन्वय करके सर्वे सर्विलांस की रिपोर्ट जल्दी भिजवाने के निर्देश दिए। बोले ऐसी लापरवाही नहीं चलेगी। कोविड के समय में सभी को सतर्कता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभानी है।
बरेली की समीक्षा के दौरान कुछ खामियां मिली थी। उनको लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं। यह समीक्षा व्यवस्थाओं को पहले से बेहतर करने के लिए है। - नवनीत सहगल, नोडल अधिकारी बरेली