Inspection of Additional Chief Secretary: कोविड-19 से मृत्यु अधिक होने से सीएम योगी के बाद नोडल अधिकारी भी असंतुष्ट
अपर मुख्य सचिव और बरेली के नोडल अधिकारी नवनीत सहगल ने कोविड-19 के अस्पताल कलेक्ट्रेट और हॉटस्पॉट सुभाषनगर में व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
बरेली, जेएनएन : Inspection of Additional Chief Secretary: खराब मौसम की वजह से नियत समय से एक घंटा देरी से राजकीय विमान से त्रिशूल एयरबेस पहुंचे अपर मुख्य सचिव और बरेली के नोडल अधिकारी नवनीत सहगल ने कोविड-19 के अस्पताल, कलेक्ट्रेट और हॉटस्पॉट सुभाषनगर में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उनके साथ एसजीपीजीआइ के दो वरिष्ठ डॉक्टर भी बरेली पहुंचे। जिन्होंने रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज, राजश्री मेडिकल कॉलेज समेत कोविड-19 के अस्पतालों में मरीजों को दिए जाने वाले इलाज की समीक्षा की। बरेली में कोविड-19 की चपेट में आए 66 संक्रमितों की मृत्यु हो चुकी है। यही वजह है कि नोडल अधिकारी ने डॉक्टरों की टीम के साथ खुद बरेली में डेरा जमाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली में डेथ रेट अधिक होने पर नाराजगी जाहिर की है। समीक्षाओं के दौर के बाद सामने आया कि नोडल अधिकारी भी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग से संतुष्ट नहीं है।
हैलो पूजा.. मैं नवनीत सहगल, इलाज मिल रहा है?
कोविड-19 के मरीजों के सर्विलांस समझने कलेक्ट्रट में स्थापित इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम पहुंचे नोडल अधिकारी नवनीत सहगल ने स्टाफ से कहा कि संक्रमित मरीजों को $फोन लगा कर मेरी बात कराइये। कोविड मरीज पूजा से उन्होंने फोन पर पूछा कि खाना क्या बाहर से मिलता है। क्या ऑक्सिमीटर है आपके पास। लगातार आक्सीजन देखती हैं। बताइए कितनी होनी चाहिए। पूजा सही जवाब नहीं दे सकी तो नोडल ने कहा कि 94 फीसद से नीचे जाने पर अस्पताल जाना होगा। कागज पर लिखकर दीवार पर चिपका लीजिये। अपनी जान से मत खेलिए। फोन कटने के बाद उन्होंने स्टाफ से कहा कि फीवर है पूजा को। उन्होंने मरीज से कहा आपसे अभी डॉक्टर बात करते हैं। एक और मरीज अमर के बेटे से उनकी बात हुई। सामने आया कि परिवार को लंबे समय से मरीज की तबीयत के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसपर नोडल अधिकारी नाराज हुए। उन्होंने कहा कि मरीजों के परिजनों के लिए एक काउंसङ्क्षलग सेंटर बनाया जाना चाहिए। जहां उन्हें परिजनों की जानकारी मिल सके।
605 तो घरों में आइसोलेट है..
इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम में पहुंचने के बाद उन्होंने पूछा कि 12 बजे तक कितने मरीज आ गए। जवाब मिला 286। 84 को छोड़, बाकी आइसोलेट करवा दिए गए। अब तक 604 मरीज होम आइसोलेट हैं।
यहां डॉक्टर भी बैठाइए..
इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम में एक डॉक्टरों की टीम बैठाइ जाएगी, जोकि मरीजों के संपर्क करने पर उन्हें ठीक जानकारी दे सके। कोविड-19 के मरीज इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम में संपर्क करते हैं, लेकिन उन्हें सही जानकारी देने वाला कोई डॉक्टर नहीं बैठ रहा था।
उलझाऊ है यहां की व्यवस्था, ठीक करें
मरीजों का पता चलने के बाद उन्हें अस्पताल कैसे भेजते हैं। मरीज को तत्काल आइसोलेशन में भेजा जा सके। इसके लिए व्यवस्था को सरल करिए। एडीएम सिटी महेंद्र कुमार ने उन्हें बताया कि आठ-आठ घंटे की तीन शिफ्टों में कर्मचारी कंट्रोल रूम में ड्यूटी दे रहे है।
300 बेड पर 10 एंबुलेंस रहती है रिजर्व
एंबुलेंस के बारे में सीडीओ चंद्र मोहन गर्ग ने उन्हें बताया कि 300 बेड में 10 एंबुलेंस रिजर्व में खड़ी रहती हैं। हमारे पास 46 एंबुलेंस हैं। रेस्पॉस टाइम 30 मिनट से दो घंटे का है। ग्रामीण एरिया में भी कोई दिक्कत नहीं है।
नोडल अधिकारी ने एसीएमओ से पूछा कि कितने घरों का सैम्पल हुआ.. झांकने लगे बगल
कोविड-19 के लिए शहर में होने वाले हाउसहोल्ड सर्वे के बारे में नोडल अधिकारी नवनीत सहगल ने नगर आयुक्त अभिषेक आनंद से पूछा कि शहर में कितने मकान है। नगर आयुक्त ने कहा कि टैक्स के हिसाब से 1.40 लाख हैं। उन्होंने कहा कि ठीक है करीब दो लाख मान लेते हैं। एसीएमओ साहब, कितने घरों का हाउसहोल्ड सर्वे पूरा हुआ है। कितने घरों के सैंपल ले लिए गए। जिला सर्विलांस अधिकारी और एसीएमओ डॉ. अशोक को अचानक पूछे गए सवाल के जवाब देते नहीं बना। वह बगले झांकने लगे। कुछ देर में कहा - कागज देख कर बताता हूं। नोडल अधिकारी ने नाराजगी से कहा - इतना तो याद रखा करो। साथ में आए एक स्टाफ ने बताया कि प्रतिदिन करीब पांच हजार घरों को कवर किया जा रहा है। जवाब से नोडल अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए।
बिना पीपीई किट होते मिले सैंपल, नाराज हुए नोडल अधिकारी
नोडल अधिकारी नवनीत सहगल कलेक्ट्रेट से निकलने के बाद सुभाषनगर की नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे। यहां कोविड के मरीजों के सैंपल और उनकी जानकारी नोट की जा रही थी। यहां एक स्टाफ कोविड-19 के मरीजों की जानकारी प्रोफार्मा में भर रहा था, एक सैंपल ले रहा था। लेकिन किसी भी स्टाफ ने पीपीई किट नही पहनी थी। इस पर नाराजगी जाहिर की। बोले क्या ऐसे ही संक्रमण रुकेगा। उन्होंने सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ला को खासतौर पर सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
सुभाषनगर हॉटस्पॉट में जलभराव, गंदगी पर बिफरे नोडल अधिकारी
सुभाषनगर के हॉटस्पॉट पर निरीक्षण के लिए पहुंचे नोडल अधिकारी को जलभराव और गंदगी मिली। उन्होंने नगर आयुक्त अभिषेक आनंद से पूछा कि ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त क्यों नहीं करते। एरिया के सफाई नायक पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य केंद्र से निकलने के बाद नोडल अधिकारी का काफिला हॉटस्पॉट की तरफ चला। यहां गंदगी देखकर उन्होंने पूछा कि शनिवार और रविवार को तो विशेष सफाई अभियान चलता है। लेकिन शुक्रवार को जलभराव है। गंदगी हैं। सफाई नहीं हो रही है क्या। यहां नाराजगी जाहिर की। ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए कहा। नगर आयुक्त अभिषेक आनन्द साथ में थे। नोडल अधिकारी ने कहा कि सफाई नायक पर कार्रवाई होनी चाहिए। नोडल अधिकारी को बताया गया कि पीलीभीत रोड, गंगापुर, सुभाषनगर, ग्रीनपार्क, सिद्धार्थनगर में स्वास्थ्य विभाग की टीमें सैंपल ले रही है। इसके बाद ही उन्होंने सुभाषनगर हॉटस्पॉट आने का प्रोग्राम तय किया।