किसानों के गांव जाकर पुलिस करेगी उनकी समस्या का निस्तारण, नोडल अफसर तैनात
किसान आंदोलन को लेकर पुलिस महकमे ने भी कमर कस ली है। अभी तक कानून का पालन कराने की जिम्मेदारी संभाल रही पुलिस अब किसानों की समस्या भी सुनेगी। किसान नेताओं और संगठनों की सूची बनाकर गांव और कस्बों में जाकर उनकी समस्याओं का निराकरण की व्यवस्था करेगी।
बरेली, जेएनएन। किसान आंदोलन को लेकर पुलिस महकमे ने भी कमर कस ली है। अभी तक कानून का पालन कराने की जिम्मेदारी संभाल रही पुलिस अब किसानों की समस्या भी सुनेगी। किसान नेताओं और संगठनों की सूची बनाकर गांव और कस्बों में स्वयं जाकर किसान नेताओं से मिलकर उनकी समस्या सुनने और उनका जल्द से जल्द निराकरण की व्यवस्था करेगी। अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इसके लिए बकायदा पत्र भी जारी किया है। अपर मुख्य सचिव ने पत्र में लिखा है कि डीएम व एसएसपी एवं एसपी द्वारा किसान संगठन और नेताओं से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करने को उनसे बातचीत करेंगे। जिससे वह अपने गांव और कस्बे में ही रहें। प्रमुख किसान नेताओं की सूची तैयार कर वरिष्ठ अधिकारी स्वयं या जिसको वो नामित करेंगे। वे सीधे किसान नेताओं से बात करेंगे। तीन दिन के अंदर उन्हें यह रिपोर्ट भी देनी है कि किसान आंदोलन से कितने किसानों की जुड़ने की संभावना है। इस दौरान धार्मिक नेताओं से भी वार्ता की जाएगी। अधिकारी बड़े किसान नेताओं के गांव में भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेंगे। कोशिश की जाएगी कि किसानों से गांव में ही वार्ता की जाए और उनका ज्ञापन लेकर वहीं समस्या का समाधान कराया जाए। इसके लिए जिम्मेदार थानाध्यक्ष, तहसीलदार, एवं अन्य विभागों के अधिकारियों को किसान से संवाद करने के लिए कहा गया है। इस दौरान यह भी निगरानी की जाएगी कि सांप्रदायिक, जातीय, सदभावना को भड़काने वाला कोई भाषण न दे। जहां धारा 144 लागू है। उसका सख्ती से पालन कराया जाए।
जोन में बनाए गए नोडल अफसर
बरेली - एडीजी अविनाश चंद्र
पीलीभीत- डीआइजी राजेश पाण्डेय
बदायूं एडीजी- डाॅ. संजय एम तरड़े
शाहजहांपुर - डीआइजी अखिलेश कुमार मीना
मुरादाबाद - एडीजी राजीव कृष्ण
बिजनौर - एडीजी बीपी जोगदण्ड
अमरोहा - आइजी रमित शर्मा
रामपुर- डीआइजी आकाश कुलहरी
संभल - आइजी अमित चंद्रा