बरेली में एनएचएआइ ने छिड़का पानी तो जानिए किस तरह से मौत ने लिख दी अपनी कहानी
बरेली-सीतापुर हाईवे पर हुलासनगरा क्रासिंग से गुजरने वालों की जिंदगी पर सरकारी सिस्टम हावी है। गुरूवार को इसी सिस्टम की लापरवाही दुर्घटना का सबब बन गई। फरीदपुर की एक महिला अपने बेटे और पौत्र के साथ तिलहर अपने मायके जाने के लिए निकली थी।
बरेली, जेएनएन। बरेली-सीतापुर हाईवे पर हुलासनगरा क्रासिंग से गुजरने वालों की जिंदगी पर सरकारी सिस्टम हावी है। गुरूवार को इसी सिस्टम की लापरवाही दुर्घटना का सबब बन गई। फरीदपुर की एक महिला अपने बेटे और पौत्र के साथ तिलहर अपने मायके जाने के लिए निकली थी। हुलासनगरा क्रासिंग के पास हाईवे पर निर्माण चल रहे थे। लेबर ने मिट्टी पर बेहिसाब पानी छिड़का हुआ था। यहां बाइक चला रहा युवक नियंत्रण नहीं रख सका। बाइक फिसलने से पीछे की सीट पर बैठी महिला हाईवे पर ही गिर पड़ी। इससे पहले की वह संभल पाती। पीछे से आ रहे ट्रक ने उन्हें रौंद दिया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
दुर्घटना में उनके बेटे और पौत्र की जिंदगी बाल बाल बच गई। ट्रक छोड़कर भाग रहे ड्राइवर को लोगों ने दौड़ाकर पकड़ लिया। इस दुर्घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम भी लगा। फतेहगंज पूर्वी की पुलिस ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद जाम खुलवा लिया।
फरीदपुर के पचौमी गांव की रहने वाली नईमा बेगम गुरूवार दोपहर करीब एक बजे अपने बेटे रसीद अहमद और दो महीने के पौत्र अदनानर के साथ तिलहर अपने मायके जाने के लिए बाइक पर निकली थी। हुलासनगरा क्रासिंग पर पहले से जाम लगा हुआ था। रसीद ने जाम से गाड़ी निकालने के लिए सड़क के किनारे पर ले आया।
यहां कार्यदायी संस्था के मजूदरों ने मिट्टी में पानी की छिड़काव किया था। रसीद बाइक पर नियंत्रण नहीं रख सका। उसकी बाइक फिसल गई। पीछे बैठी नईमा अपनी गोद में पौत्र को लेकर सड़क पर गिरी। पौत्र छिटककर थोड़ी दूर गिरा। ट्रक की चपेट में आने से नईमा की मौत हो गई।
लेकिन बेटा और पौत्र बच गए।इस दुर्घटना से पीड़ित परिवार में कोहराम मच गया। फतेहगंज पूर्वी थाने के प्रभारी निरीक्षक हरपाल सिंह बालियान ने आरोपित ड्राइवर को थाने भिजवाया। शव को हाईवे से हटवाया गया। इसके बाद जाम खुलवाने में करीब तीन घंटे लगे।
तीन दिन पहले जाम में फंसे थे मंत्री
हाईवे पर फोरलेन का अधूरा निर्माण न केवल जाम का सबब बन रहा है बल्कि हादसे को भी बढ़ावा दे रहा है। तीन दिन पहले क्रासिंग पर परिवहन मंत्री की गाड़ी भी फंस गई थी।
कई की जान ले चुके हाईवे के गड्ढे
एक साल पहले मीरानपुर कटरा निवासी राहिला बेगम जो की गर्भवती थी, उनकी भी दुर्घटना में मौत हो गई थी।
28 अगस्त 2020 को दातागंज की रेखा की दुर्घटना में मौत हो चुकी है।
18 अगस्त 2020 को बहगुल नदी के पुल का एक हिस्सा फुटकर नदी में गिर गया था। यहां कई हादसे हो चुके हैं।
आरोपित ड्राइवर को पकड़ लिया। ट्रक को भी थाने में खड़ा करवा दिया है। महिला के स्वजनों ने तहरीर नहीं दी है। मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। -हरपाल सिंह बालियान, प्रभारी निरीक्षक कटरा