Cyber Frud : बरेली के गांव में बैठकर कई राज्यों में फैलाया ठगी का नेटवर्क
21 जुलाई को जेल भेज गए 14 साइबर ठगों में से पांच प्रमुख की रिमांड पुलिस को मिल गई। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने शनिवार पूर्वान्ह 11 बजे पांचों को रिमांड पर लिया।
बरेली, जेएनएन : 21 जुलाई को जेल भेज गए 14 साइबर ठगों में से पांच प्रमुख की रिमांड पुलिस को मिल गई। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने शनिवार पूर्वान्ह 11 बजे पांचों को रिमांड पर लिया। पूछताछ कर रही बिथरी चैनपुर थाना पुलिस को आरंभिक तौर पर पता चला कि इन ठगों ने दिल्ली, पंजाब और हरियाणा तक अपना नेटवर्क फैला रखा था।
साइबर ठगों की रिमांड शनिवार सुबह आठ बजे से 33 घंटे के लिए मिली थी। बकरीद के कारण पुलिस पूर्वान्ह 11 बजे जेल पहुंच सकी। जिसके बाद साइबर ठग जमशेद खां, आरिश खां, राशिद खां, साजिद खां और वारिस खां को बिथरी चैनपुर थाने लाया गया। विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया बकरीद के कारण दिन में ज्यादा पूछताछ नहीं हो सकी। रात से लेकर रविवार शाम तक पूछताछ होगी, जिसमें पता किया जाएगा कि किस तरह दूसरे प्रदेशों तक ठगों का रैकेट पहुंचाया था। आरंभिक पूछताछ में सिर्फ इतना पता चला है कि दिल्ली के नाइजीरियन गिरोह के लिए वे बेरोजगारों के खाते खुलवाते थे। जिसमें ठगी की रकम आती थी।
यह था मामला
फतेहगंज पश्चिमी के धंतिया गांव में साइबर ठगों का ठिकाना था। जिस पर 21 जुलाई को एसपी अभिषेक वर्मा ने दबिश देकर 14 को गिरफ्तार किया था। जबकी सात ठग फरार हो गए थे। आरोपितों से जेवरात, नकदी, 165 एटीएम कार्ड, 90 चेकबुक, मर्सिडीज समेत चार कारें आदि बरामद हुआ था। ठगों ने जिले में करीब चार सौ बेरोजगार के खाते खुलवा दिए थे, जिनमें ठगी की रकम आती थी। इसमें आठ फीसद रकम खाताधारक को, 25 फीसद जमशेद को मिलती। बाकी रुपये वह दिल्ली में बैठे सरगना तक पहुंचाता था।
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साइबर ठगों और हवाला कारोबारियों से पूछताछ की जा रही, अभी कुछ ही सवालों के जवाब दिए है। बकरीद के कारण दिन व्यस्त था। रविवार शाम तक लगातार पूछताछ होगी।
अभिषेक वर्मा, एसपी