पीलीभीत में 15 दिन से उत्पात मचा रहे नेपाली हाथियों को ग्रामीणों ने उत्तराखंड के सुरई रेंज में खदेड़ा
Nepali Elephants creating ruckus in Pilibhit नेपाल के जंगलों से निकलकर आए हाथियों का पीलीभीत में शारदा नदी के पार थारू पट्टी में उत्पात जारी है। पिछले 15 दिन से लगातार रात्रि में लग्गा भग्गा के जंगल से कुछ हाथी गांव में आ जाते हैं।
बरेली, जेएनएन।Nepali Elephants creating ruckus in Pilibhit : नेपाल के जंगलों से निकलकर आए हाथियों का पीलीभीत में शारदा नदी के पार थारू पट्टी में उत्पात जारी है। पिछले 15 दिन से लगातार रात्रि में लग्गा भग्गा के जंगल से कुछ हाथी गांव में आ जाते हैं। गांव में झोपड़ियों और फसलों को उजाड़ते हैं। ग्रामीणों ने किसी तरह हाथियों को उत्तराखंड के सुरई रेंज के जंगल में खदेड़ दिया।हर वर्ष इसी मौसम में यहां हाथियों का आवागमन रहता है।
थारू पट्टी गांव में जंगली हाथी सोमवार रात्रि भी पहुंच गए। ग्रामीण ट्रैक्टरों के साइलेंसर और पानी वाले इंजनों के साइलेंसर निकाल कर शोर शराबा करते हैं। जिसकी, आवाज सुनकर हाथी भाग जाते हैं। बराही रेंज के रेंजर वजीर हसन ने बताया दो दिन से हाथियों ने कोई भी तोड़फोड़ नहीं की है। वन कर्मी भी मुस्तैद हैं। उधर, चंदिया हजारा और हरिपुर के जंगल से आए हाथियों ने बराही रेंज से निकलकर महोफ रेंज में लाल पुल के पास डेरा जमा रखा। सोमवार की रात्रि वन विभाग की टीम ने हाथियों को उत्तराखंड की सुरई रेंज में खदेड़ने का प्रयास किया। उत्तराखंड आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वन विभाग की टीम ने वाहनों को लंबी कतार लगाकर एक साथ जाने की अनुमति दी।
माधोटांडा क्षेत्र के अंतर्गत बाइफरकेशन के जंगल में चंदिया हजारा और हरिपुर के जंगल से जंगली हाथियों का झुंड आ गया था। बराही रेंज के वन कर्मियों ने बड़ी ही सूझबूझ के साथ रविवार रात्रि में ही चूका हेड के किनारे से हाथियों के झुंड को महोफ रेंज की ओर खदेड़ दिया। सोमवार की रात्रि महोब रेंज के वन कर्मियों ने हाथियों के झुंड को उत्तराखंड की सुरई रेंज में खदेड़ने का प्रयास किया।
वन कर्मी हाथियों के झुंड को उत्तराखंड की सुरई रेंज में जाने की बात कर रहे हैं। हाथियों का झुंड लाल पुल के निकट खटीमा मार्ग पर आ गया। रात्रि में ही वन कर्मियों ने उत्तराखंड से आने जाने वाले वाहनों को कतार से जाने की अनुमति दी। देर रात्रि वन कर्मी हाथियों को खदेड़ने में जुटे रहे। वन दारोगा रघुवीर सिंह रावत ने बताया कि एक दर्जन से अधिक हाथियों का झुंड को रात्रि में ही उत्तराखंड की सुरई रेंज में खदेड़ दिया गया है।