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Nepalese Elephants : हाथियों से उजड़ी फसल का किसानाें काे नहीं मिला मुआवजा, नेपाली हाथियाें ने राैंदी थी फसलें

Nepalese Elephants कलीनगर में नेपाली हाथियों ने महोफ और माला क्षेत्र के जंगल से सटे खेतों में खड़ी धान गन्ने की फसल को रौंदकर किसानों की काफी नुकसान पहुंचाया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर फसलों के नुकसान का सर्वे हो सका।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 05:38 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 05:38 PM (IST)
Nepalese Elephants : हाथियों से उजड़ी फसल का किसानाें काे नहीं मिला मुआवजा, नेपाली हाथियाें ने राैंदी थी फसलें
Nepalese Elephants : हाथियों से उजड़ी फसल का किसानाें काे नहीं मिला मुआवजा

बरेली, जेएनएन। Nepalese Elephants:  कलीनगर में नेपाली हाथियों ने महोफ और माला क्षेत्र के जंगल से सटे खेतों में खड़ी धान ,गन्ने की फसल को रौंदकर किसानों की काफी नुकसान पहुंचाया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर फसलों के नुकसान का सर्वे हो सका लेकिन अभी तक किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा नहीं मिला है। नेपाल के शुक्ला फांटा जंगल से आए हाथियों का लग्गाभग्गा क्षेत्र में आने का सिलसिला पुराना है। पहले शारदा नदी पार इलाके में वन विभाग का ही कब्जा था।

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नदी पार होने वाली धान ,गन्ना की फसलों के कारण हर साल नेपाली हाथी फसलों को खाने आ जाते हैं। इस वर्ष दो दर्जन से अधिक आए नेपाली हाथियों ने महोफ और माला रेंज से सटे खेतों में खडी धान व गन्ने की फसलों को रौंद डाला। तहसील क्षेत्र के जमुनिया,तथा पिपरिया संतोष गांव के कई किसानों की फसलों को उजाड डाला है। गत दिनों जिलाधिकारी पुलकित खरे के निर्देश पर सर्वे तो शुरू हो गया है लेकिन अभी तक किसी किसान को नुकसान का मुआवजा नहीं मिला है। महोफ के रेंजर अरुण मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि जल्द ही नुकसान का मुआवजा मिलेगा।


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