बरेली में मरीजों से ज्यादा स्वास्थ्य महकमें को दवा की जरुरत... जानिए क्यों Bareilly News
अब तक जिन दवाओं के जरिए जिला महिला सहित सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों का इलाज चल रहा था उन्होंने खुद पूरे स्वास्थ्य महकमे को बीमार कर दिया।
जेएनएन, बरेली : अब तक जिन दवाओं के जरिए जिला, महिला सहित सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों का इलाज चल रहा था, उन्होंने खुद पूरे स्वास्थ्य महकमे को बीमार कर दिया। अधोमानक निकलीं दवाओं की खेप वापस भेजने की तैयारी है। इससे मलेरिया सहित कई रोग की जरूरी दवाओं का टोटा हो गया। कई तो जीवनरक्षक और प्राथमिक तौर पर दी जाने वाली दवाएं हैं। इनका विकल्प तक नहीं है।
प्रसव दौरान काम आने वाली दवाएं नहीं: महिला अस्पताल में इस वक्त कई जरूरी दवाएं नहीं हैं। सबसे अधिक कमी प्रसव के दौरान दिए जाने वाले ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की है। लंबे समय से पुरुष अस्पताल से यह इंजेक्शन उधार लिए जाते रहे। ब्लीडिंग रोकने वाली इथेनसिलेट, एंटीबॉयोटिक सिप्रोफ्लोक्सिन, गैस की रेनेटिडीन, दर्द के लिए डाइक्लोफेनिक इंजेक्शन का अभाव बना हुआ है।
विभाग के पास जो जरूरी दवाएं नहीं हैं, उनके लिए कई बार मेडिकल कॉरपोरेशन को पत्र भेजकर सप्लाई की मांग की गई है। जो दवाएं मिल रही हैं उसी से काम चलाया जा रहा है। - डॉ. विनीत शुक्ला, सीएमओ