Mishap : महज डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर मां बेटी को खीच ले गई मौत, बदहवास हुआ पिता
शाहजहांपुर में अपनी आंखों के सामने पत्नी व बेटी की मौत से चंगू लाल बार-बार बदहवास हो रहा था। उसके मुंह से बस एक ही बात निकल रही थी कि आखिर मेरी मत मारी गई थी
शाहजहांपुर, जेएनएन। शाहजहांपुर में अपनी आंखों के सामने पत्नी व बेटी की मौत से चंगू लाल बार-बार बदहवास हो रहा था। उसके मुंह से बस एक ही बात निकल रही थी कि आखिर मेरी मत मारी गई थी कि गलत दिशा में पैदल चल दिए। चंगू लाल बड़े बेटे बबलू व बेटी सीमा की शादी कर चुका है। जिस वजह से परिवार की ज्यादातर जिम्मेदारी पूरी हो गई थी।
छोटी बेटी प्रियंका ने इन दिनों कोई खास काम न होने की वजह से मामा के घर जाने की इच्छा जाहिर की थी। तो वह मना नहीं कर सका। प्रेमवती ने सुबह जल्दी उठकर मायके जाने की तैयारी शुरु कर दी थी। मां-बेटी काफी खुश थे। लेकिन यह खुशी कुछ देर बाद ही मातम में बदल गई। करीब दो घंटे बाद परिवार के अन्य सदस्य पहुंचे।
बेटी की पूरी की थी जिद चंगू लाल चना बेचकर परिवार का पालन पोषण करता है। ससुराल जाते समय जब ई-रिक्शा से रोडवेज रेलवे क्रॉसिंग पर उतरा तो बेटी ने प्रियंका ने चना खाने की इच्छा जताई। बेटी को समझाया कि चना तो घर पर खाती रहती हो लेकिन जिद करने पर दस रुपये के चना लेकर उसे दे दिए। इसके बाद दस रुपये की मूंगफली भी खरीद ली थी। जो तीनों लोग खाते हुए रेलवे ट्रैक पर चल दिए।
आए दिन गवांं रहे लोग जान
रेलवे ट्रैक पार करते समय आये दिन हादसे हो रहे है। जिसमे लोग अपनी जान भी गवां देते है। लेकिन उसके बावजूद इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। करीब एक साल में 10 से अधिक लोग सिर्फ ट्रेन की चपेट में आने से मर चुके है। रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरपास न होना भी हादसों की मुख्य वजह बन रहा है। शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से मोक्षधाम रेलवे क्रॉसिंग तक का करीब एक किमी का एरिया में सबसे ज्यादा हादसे हो रहे है।
इसके मुख्य वजह है कि इस एक किमी के दाये में तीन रेलवे क्रॉसिंग पड़ती है। रोडवेज व मोक्षधाम रेलवे क्रॉसिंग तो ट्रेन आने से कुछ देर पहले बंद कर दी जाती है। तो वहीं गोविंदगंज रेलवे क्रॉसिंग अर्से से बंद पड़ी है। लेकिन उसके बावजूद लोग जल्दबाजी में ट्रैक पार करने से बाज नहीं आ रहे है। जो हादसों का कारण बनते है।
शॉट कट रास्ते से बढ़ गए हादसे
मोक्षधाम रेलवे क्रॉसिंग से शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन के बीच कॉलेज व कोचिंग आने-जाने वाले छात्र-छात्राएं भी अक्सर शॉट कट रास्ते के चक्कर में यहां से निकलते देखे जा चुके है। इसके अलावा गोविंदगंज रेलवे क्रॉसिंग तक छात्र-छात्राओं के अलावा अन्य लोग भी पैदल निकलते रहते है। जबकि स्थानीय व रेलवे प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
कई बार अंडरपास बनाने की उठ चुकी मांग
रेलवे प्रशासन ने रेलवे क्रॉसिंग बंद कर अंडरपास बनवाने का निर्णय लिया था। जिस वजह से बहुत सी क्रॉसिंग बंद भी हो चुकी है। लेकिन मोक्षधाम से रेलवे स्टेशन तक तीन रेलवे क्रॉसिंग है। जिन्हें बंद कराकर व्यापारी अंडरपास बनाने की मांग कर चुके है। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।