Mosquito Larva Search : बदायूं के विकास भवन में चला सर्च अभियान, छत सहित कमरों में कई जगह मिला मच्छरों का लार्वा
Mosquito Larva Search बदायूं के गांवों में चौपाल प्रधानों की बैठक और न जाने कितनी कोशिशेंमलेरिया और वायरल बुखार को खत्म करने के लिए की जा रही हैं। सीडीओ डीपीआरओ व विकास भवन के कई अधिकारी मच्छर के लार्वा को नष्ट करने के उपाय बता रहे हैं।
बरेली, जेएनएन। Mosquito Larva Search : बदायूं के गांवों में चौपाल, प्रधानों की बैठक और न जाने कितनी कोशिशें, जिले से मलेरिया और वायरल बुखार को खत्म करने के लिए की जा रही हैं। सीडीओ, डीपीआरओ व विकास भवन में बैठने वाले कई अधिकारी गांव-गांव जाकर लोगों को बरसात का पानी न ठहरने देने और मच्छर के लार्वा को नष्ट करने के उपाय बता रहे हैं। इतनी भूमिका इसलिए बनाई क्योंकि यहां तो दिया तले ही अंधेरा है। जिस विकास भवन के अधिकारी पूरे जिले को सुधारने के काम में लगे हैं, सोमवार को उसी विकास भवन में लार्वा का भंडार मिला। विकास भवन की छत से लेकर कमरों तक और गैलरी में पानी भरा था, जिसमें मच्छर का लार्वा पनप रहा था। स्वास्थ्य विभाग की डॉमेस्टिक ब्रीडर्स चैकर की टीम ने यहां भरे हुए पानी को निकाल कर लार्वा नष्ट किया।
जिले में फैलते जा रहे मलेरिया को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से डीबीसी(डॉमेस्टिक ब्रीडर्स चैकर) अभियान की शुरुआत की गई। इसके तहत डॉमेस्टिक ब्रीडर्स चैकर की 35 टीमें जिले के संवेदनशील व संभावित मलेरिया वाले स्थानों पर जाकर बरसात का रुका हुआ पानी और उसमें पनप रहे लार्वा काे नष्ट करेंगी। इसी अभियान के तहत सोमवार को डॉमेस्टिक ब्रीडर्स चैकर की टीम विकास भवन पहुंच गई।
टीम ने यहां चैक किया तो वह दंग रह गई। विकास भवन में एक नहीं कई जगह सात दिन पुराना और बरसात का पानी भरा हुआ था। टीम के सदस्य जब विकास भवन की छत पर पहुंचे तो उन्हें एक होर्डिंग के पुराने बैनर में काफी पानी ठहरा हुआ दिखाई दिया। जिसे बारीकी से देखने पर उसमें मच्छरों का बड़ी मात्रा में लार्वा मिला। इस पर टीम के सदस्यों ने तत्काल पानी फैला कर तत्काल उसे नष्ट किया।
इसके बाद विकास भवन परिसर में रखे गमलों, टायर आदि में भी भरे पानी में लार्वा मिला, जिसे नष्ट कराया गया। इसके बाद विकास भवन के कार्यालयों में रखे कूलर आदि चैक किए गए तो सीडीओ के स्टेनो के कमरे में रखे कूलर में भी पानी भरा था। टीम ने उसे बाहर ले जाकर खाली किया। डामेस्टिक ब्रीडर चैकर्स की टीम ने इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को दी है।
शहर में भी 32 स्थानों पर मिला लार्वा
यह टीम बीते कई दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहर के मुहल्लों में अभियान चला रही है। टीम को सोमवार को शहर के 32 स्थानों पर पानी में मच्छर का लार्वा मिला। जिसे नष्ट करने के बाद आसपास के लोगों को पानी न ठहरने की सलाह दी गई। बताया गया कि अगर पानी भरना जरूरी हो तो उसे हर दूसरे दिन बदलते रहें।
230 गांवों में चल चुका अभियान
मलेरिया इंस्पेक्टर तनवीर सिंह ने बताया कि डामेस्टिक ब्रीडर्स चैकर्स की टीमें गांव जा रही हैं। अब तक दातागंज, जगत, वजीरगंज, समरेर, सलारपुर आदि के करीब 230 गांवों में टीम ने जाकर लोगों को जागरूक किया। इसके अलावा जहां पानी में लार्वा मिला उसे नष्ट किया गया। एंटी लार्वा वाली दवा का छिड़काव भी गांव में कराया जा रहा है। इसके अलावा लोगों को अन्य उपाय जैसे मिट्टी का तेल, मोबिल आयल आदि डालकर लार्वा नष्ट करने के उपाय भी बताए जा रहे हैं।