MNREGA : जानिए ! बदायूं में मनरेगा से प्रवासी कैसे करेंगे हरियाली की रखवाली
जिले में हरियाली लाने के लिए एक साथ 39 लाख से ज्यादा पौधे रोपे गए हैं। उन पौधों में तमाम पौधे ऐसे हैं जो नष्ट हो चुके हैं।
बदायूं, जेएनएन । जिले में हरियाली लाने के लिए एक साथ 39 लाख से ज्यादा पौधे रोपे गए हैं। उन पौधों में तमाम पौधे ऐसे हैं जो नष्ट हो चुके हैं। अब उन पौधों को बचाने की मुहिम देहात स्तर पर शुरू की गई है। देहात में प्रवासी मजदूरों को मनरेगा से पौधों की रखवाली के लिए लगाया गया है। अब हर ग्राम पंचायत में पांच-पांच प्रवासियों को एक-एक महीने के लिए मनरेगा से पौधों की देखरेख के लिए लगाया जाएगा। इसके बाद दूसरे प्रवासियों को भी इसी मुहिम से जोड़ा जाएगा, ताकि वह अपने गांव से रोजी-रोटी के लिए दूसरे शहरों में नहीं जाएं।
वन महोत्सव के मौके पर जिले भर में एक साथ 39 लाख पौधे रोपे गए थे। उन पौधों को रोपने में देहात क्षेत्र में मनरेगा मजदूरों को भी लगाया गया था, ताकि उनको रोजगार मिल सके। लाॅकडाउन खुलने के बाद 82 हजार मनरेगा मजदूरों को रोजगार दिया गया तो बारिश होने के बाद मिट्टी कार्य बंद होता चला गया। इससे मजदूरों की संख्या भी घट गई। अब प्रवासियों को गांव में रोकने की कवायद शुरू की गई तो उनको पौधों की देखरेख में लगाया गया है। हर ग्राम पंचायत से एक-एक महीने के लिए पांच-पांच प्रवासी मनरेगा से पौधों की देखरेख को लगाए जाएंगे। इसकी शुरूआत की जा रही है।
बारिश की वजह से कई जगह मिट्टी कार्य रुक चुका है। ऐसे में प्रवासियों को अब पौधों की देखरेख के लिए लगाया जा रहा है। ताकि उनको रोजगार मिल सके। - राम सागर यादव, डीसी मनरेगा