20 अगस्त से अंतिम वर्ष की परीक्षाएं, पेपर में कम होंगे प्रश्न
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों में स्नातक व परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 20 अगस्त से शुरू कराने की तैयारी है। मंगलवार को कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस पर सहमति बनी है।
बरेली, जेएनएन: महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों में स्नातक व परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 20 अगस्त से शुरू कराने की तैयारी है। मंगलवार को कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस पर सहमति बनी है। कोरोना संक्रमण के चलते 18 मार्च से रुविवि की परीक्षाओं पर रोक लगा दी गई थी। अब यूजीसी और शासन के आदेश आने के बाद विश्वविद्यालय 20 अगस्त से अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने की तैयारी में है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. एके जेटली ने बताया कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार पहले व दूसरे वर्ष के छात्र-छात्राओं अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। अगर कोई पहले फेल है तो उसे पास नहीं किया जाएगा।
कमेटी के सुझाव के बाद अंतिम निर्णय
बैठक में एक समिति बनाई गई है, जिसमें विश्वविद्यालय के सभी डीन, बरेली कॉलेज, हिदू कॉलेज मुरादाबाद, वर्धमान कॉलेज बिजनौर, खंडेलवाल कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट साइंस एवं टेक्नोलॉजी बरेली, मुरादाबाद मुस्लिम डिग्री कॉलेज के प्रचार्य को शामिल किया गया है। बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई, उसे कमेटी को भेजकर उनके सुझाव मांगे गए हैं। 23 जुलाई को कमेटी की बैठक के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
दो घंटे का होगा पेपर, कम पूछे जाएंगे प्रश्न
स्नातक व परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा अवधि को तीन से घटाकर दो घंटे करने पर विचार किया गया है। परीक्षा तीन पाली में दो-दो घंटे की होगी। समय कम होने की वजह से प्रश्न भी कम पूछे जाएंगे। प्रो. एके जेटली ने बताया कि प्रश्न पत्र तीन पार्ट में होते हैं। अब तीनों पार्ट में प्रश्नों की संख्या भी कम की जाएगी, जिससे दो घंटे में छात्र उसका उत्तर लिख सकें।
हर पाली के बाद केंद्र को कराना होगा सैनिटाइज
पहली पाली में बीए, दूसरी में बीकाम व तीसरी में बीएससी की परीक्षाएं होंगी। एक पाली की परीक्षा खत्म होते ही परीक्षा केंद्र को सैनिटाइज कराया जाएगा। 10 दिन में परीक्षाओं का शेड्यूल जारी करने की तैयारी है।
क ंपस की सेमेस्टर परीक्षाएं भी 20 से
विवि कैंपस में पीजी सेमेस्टर परीक्षाएं भी 20 अगस्त से कराने की तैयारी है। इन परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन विकल्प पर विचार किया गया है। प्रैक्टिकल के लिए बाहरी परीक्षकों को बुलाने की बाध्यता भी नहीं होगी। उसकी जगह इंटरनल परीक्षकों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी।
कोट
य जी और पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 20 अगस्त से कराने पर सहमति बनी है। एक कमेटी बना दी गई है, जिसे शासन की गाइडलाइन व तय किए गए विकल्पों पर अपने सुझाव देने को कहा गया है। एक सप्ताह में सारी चीजें फाइनल हो जाएंगी।
प्रो. अनिल शुक्ला, कुलपति, रुविवि
--------------
ऑनलाइन लेक्चर तैयार करने के साथ देना होगा प्रमाण पत्र
जासं, बरेली: रुविवि में नए सत्र में 20 फीसद कोर्स ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा। इसको लेकर ई-कंटेंट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। मंगलवार को हुई बैठक में तय हुआ कि प्रत्येक विभाग में एक ई-कंटेंट के लिए कमेटी बनाई जाए। साथ ही एक-एक समन्वयक बनाकर उन्हें मॉनीटरिग की जिम्मेदारी दी जाए। उनकी जिम्मेदारी होगी कि वे डीन के साथ यह तय करेंगे कि सिलेबस के किस कंटेंट से ऑनलाइन लेक्चर तैयार करने हैं।
ई-कंटेंट कमेटी कोऑर्डिनेटर प्रो. क्षमा पांडेय ने बताया कि नए सत्र की शुरुआत पांच अगस्त से होनी है। उस दिन से 45 दिन तक लगातार ऑनलाइन कक्षाएं होंगी। इसके लिए शासन ने ई-कंटेंट तैयार करने को कहा है। हर विभाग के शिक्षक के लिए अनिवार्य होगा कि वह कम से कम दो लेक्चर ऑनलाइन बनाएं। डीन तय करेंगे कि कौन टीचर कब इसे वर्चुअल क्लास में रिकॉर्ड करेगा। शिक्षक जो भी वीडियो लेक्चर तैयार करेंगे, उसके साथ उन्हें यह प्रमाण पत्र देना होगा कि ई-कंटेंट में कितना पार्ट उनका है और कितना दूसरी जगह से लिया है। सीधे शिक्षक इसे वेबसाइट पर अपलोड नहीं कर सकेंगे।