Mehta Surgical Case News : एक्सपायरी डेट के सर्जिकल आइटम खपाने के मामले में क्राइम ब्रांच करेगी विवेचना, एसडीएम व ड्र्रग इंस्पेक्टर ने की थी छापेमारी
Mehta Surgical Case News सर्जिकल आइटम की कालाबाजारी करने के आरोपित मेहता सर्जिकल के आरोपितों की विवेचना क्राइम ब्रांच ने शुरू करने के बाद संभावित ठिकानों पर दबिशें शुरू की है। क्षेत्राधिकारी ने क्राइम ब्रांच को केस डायरी हस्तांतरित की थी।
बरेली, जेएनएन। : सर्जिकल आइटम की कालाबाजारी करने के आरोपित मेहता सर्जिकल के आरोपितों की विवेचना क्राइम ब्रांच ने शुरू करने के बाद संभावित ठिकानों पर दबिशें शुरू की है। क्षेत्राधिकारी ने क्राइम ब्रांच को केस डायरी हस्तांतरित की थी, प्रभारी ने विवेचक प्रभारी निरीक्षक शोएब नियुक्त होने के बाद विवचेना शुरू हुई है। प्रभारी सुरेंद्र कटियार के मुताबिक मेहता सर्जिकल के साथ ऑक्सीजन कालाबाजारी के आरोपित पारस गुप्ता के केस की विवेचना भी एक ही इंस्पेक्टर को सौंपी गई है।
डीडीपुरम स्थित मेहता सर्जिकल में एसडीएम विशु राजा और ड्रग इंस्पेक्टर उर्मिला की छापामारी के बाद ओवर रेटिंग, एक्सपायरी सर्जिकल आइटम को बाजार में खपाने की पुष्टि हुई। कई प्रतिष्ठान जहां मेहता सर्जिकल से सामग्री सप्लाई हुई। उनकी छानबीन शुरू हुई। अजय मेहता और सुशांत मेहता पर शिकंजा सबसे पहले कसा, लेकिन बाद में उनकी लाइसेंस धारक सोनिका मेहता और उनके भाई के परिवार के नाम भी एफआइआर में खोले गए।
प्रेमनगर पुलिस किसी एक की भी गिरफ्तारी नहीं कर सकी। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने नाराजगी जाहिर करते हुए जांच को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। ऐसी ही लापरवाही राजेंद्रनगर के पारसगुप्ता के केस में भी हुई। ऑक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी 40 हजार रुपये में करने के आरेापित बनने के बाद पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहा, आरोपित को पकड़ नहीं पाने की वजह से प्रेमनगर पुलिस की किरकिरी हुई। यही वजह है कि ये केस भी थाने की पुलिस से वापस लिया गया।