Mehta Surgical Case News : पुलिस ने मुकदमे में मेहता के पूरे परिवार के नाम खोले, ड्रग विभाग ने नहीं खोला था एक भी नाम
Mehta Surgical Case News शहर के सबसे बड़े सर्जिकल आइटम के कारोबारी अजय मेहता समेत डीड में दर्ज छह स्वजनों के नाम पुलिस ने खोल दिए। पुलिस ने पत्नी सोनिका मेहता बेटे सुशांत मेहता भाई सुनील मेहता उनकी पत्नी राखी मेहता बेटे राहुल मेहता के नाम खोल दिए है।
बरेली, जेएनएन। Mehta Surgical Case News : शहर के सबसे बड़े सर्जिकल आइटम के कारोबारी अजय मेहता समेत डीड में दर्ज छह स्वजनों के नाम पुलिस ने खोल दिए। पुलिस ने आरोपितों में उनकी पत्नी सोनिका मेहता, बेटे सुशांत मेहता, भाई सुनील मेहता, उनकी पत्नी राखी मेहता, बेटे राहुल मेहता के नाम खोल दिए है। ड्रग विभाग की तहरीर पर दर्ज एफआइआर में प्रतिष्ठान मेहता सर्जिकल को आरोपित बनाया गया था।
प्रेमनगर थाने के प्रभारी निरीक्षक अवनीश यादव के मुताबिक जांच में नाम खोलने के सभी को आरोपित बनाया गया है। अब पुलिस के निशाने पर सभी आरोपित हैंं।प्रेमनगर पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में एनबीडब्ल्यू वारंट के लिए आवेदन करना चाहा था। लेकिन मंगलवार को अर्जी स्वीकार नहीं हुई। अब पुलिस कोर्ट से 20 मई को वांरट इश्यू कराने का प्रयास करेगी। प्रेमनगर थाने के प्रभारी निरीक्षक अवनीश यादव के मुताबिक आरोपितों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू वारंट जारी कराना है। लाइसेंस उनकी पत्नी सुनीका मेहता के नाम है।
गिरफ्तारी के लिए दबिशें जारी हैं।अंदेशा है कि आरोपित शहर के बाहर छिपे हुए हैं।एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि जांच में सभी आरोपितों के नाम खोले गए हैं। प्रेमनगर थाने की पुलिस को एनबीडब्ल्यू वारंट जारी कराने के लिए कहा गया है।ड्रग इंस्पेक्टर उर्मिला वर्मा ने बताया कि ड्रग विभाग अपनी कार्रवाई पूरी कर रहा है। दस्तावेज तैयार किए गए हैं। लाइसेंस की एक काॅपी को थाने भेजा गया है।
लाइसेंस निरस्त करने की तैयारी : वहीं औषधि विभाग ने मेहता सर्जिकल के लाइसेंस सस्पेंड करने के लिए दस्तावेज तैयार किए है। मंगलवार को पूरी तैयारी थी, लेकिन सहायक आयुक्त ड्रग संजय कुमार की आरटीपीसीआर कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ऐसा हो नहीं सका। बुधवार को लाइसेंस सस्पेंड हो सकता है।
छापामारी से हो रही दशहत : केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश ओबराय ने डीएम नितीश कुमार से मुलाकात की। सर्जिकल कारोबारियों में दुकानों पर छापामारी से होने वाली दहशत का मुद्दा उनके सामने रखा। केमिस्ट एसोसिएशन के मुताबिक वाणिज्यकर की टीमों के बाजार में आते ही दहशत में आए दुकानदार प्रतिष्ठान बंद कर देते है। इससे लोगो का ही नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि टीमों की छापामारी जारी रखी जाए, लेकिन उनके साथ पुलिस को न भेजा जाए। फिलहाल डीएम ने केमिस्ट एसोसिएशन को कोई जवाब नहीं दिया है। एसोसिएशन के नरेश सेट्ठी, दुर्गेश खटवानी मौजूद थे।