रामलीला में हुआ मेघनाद वध का मंचन
श्रीराम के साथ युद्ध में जब रावण के अनेक योद्धा धराशायी हो गए तो उसने अपने पुत्र मेघनाद को भेजा।
By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 02:14 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 02:14 AM (IST)
बरेली, जेएनएन : श्रीराम के साथ युद्ध में जब रावण के अनेक योद्धा धराशायी हो गए तो उसने अपने पुत्र मेघनाद को भेजा। मेघनाद युद्ध में पहले तो लक्ष्मण मूर्छित हो जाते हैं लेकिन, जब दोबारा वह युद्ध के मैदान में आते हैं तो उनके बाणों का सामना मेघनाद नहीं कर पाता है और वीरगति को प्राप्त होता है। मेघनाद का वध होते ही राम-लक्ष्मण की जय-जयकार होने लगती है। यह खबर जैसे ही लंका में पहुंचती है तो मेघनाद की पत्नी सुलोचना विलाप करने लगती है। बाद में वह सती हो जाती हैं। सुभाष नगर स्थित श्री महालक्ष्मीबाई रामलीला समिति के तत्वाधान में चल रही रामलीला में शनिवार को मेघनाद वध का यहमंचन हुआ। मेघनाद के वध के बाद उसकी पत्नी सुलोचना का विलाप देख दर्शक भाव विभोर हो उठे।
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