अगले साल अप्रैल में नहीं इसी साल लाएंगे दुल्हनिया
दिल्ली गाजियाबाद में कोविड से बिगड़े हालात से खौफजदा लोगों ने 2021 अप्रैल की सहालग के बजाय इसी साल दिसंबर में शादी निपटाने की ठानी है। बरेली में ऐसे 500 परिवारों ने आयोजन समय से पहले करने का मन बनाया है।
बरेली, जेएनएन। दिल्ली, गाजियाबाद में कोविड से बिगड़े हालात से खौफजदा लोगों ने 2021 अप्रैल की सहालग के बजाय इसी साल दिसंबर में शादी निपटाने की ठानी है। बरेली में ऐसे 500 परिवारों ने आयोजन समय से पहले करने का मन बनाया है, ताकि कोविड की दूसरी लहर उनकी खुशियों में रोड़ा न बन सके।
लोगों का मानना है कि अगर अगले साल जनवरी और फरवरी में कोविड के मामलों में इजाफा हुआ तो सतर्कता के मानक और बढ़ाए जा सकते हैैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण देखते हुए 25 नवंबर से शुरू होने वाले वैवाहिक समारोहों को लेकर परिवारों के साथ ही वेङ्क्षडग इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की भी ङ्क्षचताएं बढ़ा दी हैैं। तमाम ऐसे लोगों ने शादियां तय कर दी हैं, जो लॉकडाउन के चलते रद थीं। बता दें कि शासन ने शादी समारोह में अधिकतम 100 मेहमानों की बाध्यता की नए सिरे से लागू कर दी है।
सबसे बड़ी सहालग कल
देवोत्थान एकदाशी कल है। हर वर्ष कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन तुलसी विवाह किया जाता है। इस वर्ष यह एकादशी तिथि 25 नवंबर को शुरू होकर 26 तारीख को समाप्त होगी। ज्योतिषाचार्य पं. मुकेश मिश्रा ने बताया कि बीते माह एक जुलाई को भगवान विष्णु निद्रा में चले गए। जो अब देव उठानी एकादशी को 25 नवंबर को जाग रहे हैं। वहीं विवाह मुहूर्त भी शुरू हो जाएंगे। पिछले चार महीनों से विवाह के मुहूर्त नहीं थे। नवंबर और दिसंबर में केवल 10 ही विवाह मुहूर्त है।
कल पहली बार गुलजार दिखेंगे शहर के बैंक्वेट हॉल
देव उठान एकादशी में शहर के अधिकांश गेस्ट हाउस, बैंक्वेट हाल, लॉन, धर्मशालाओं के साथ खुले मैदान तक पहले से ही बुक है। कोरोना संक्रमण के चलते 10 महीने से पसरा सन्नाटा 25 नवंबर को पहली बार टूटेगा। बैंक्वेट हॉल लंबे समय के बाद गुलजार दिखेंगे।
इन तारीखों में हैं विशेष मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक 25, 27, 30 नवंबर, एक, छह, सात, आठ, 11, 13 और 14 दिसंबर में शुभ मुहूर्त है। इसके बाद विवाह के लिए 21 अप्रैल तक इंतजार करना होगा।
बढ़ते कोविड का है खौफ, इसलिए आयोजन किए शिफ्ट
-डेलापीर के जीतेंद्र गुप्ता ने बताया कि उनके लड़के की शादी अप्रैल 2021 में होनी थी। लेकिन लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए अब इसी साल दिसंबर माह में शादी कर रहे हैं।
-पुराना शहर बालजती निवासी राजबहादुर सक्सेना ने बताया कि बेटी की शादी अगले वर्ष होनी थी। लेकिन लड़के पक्ष की ओर से इसी वर्ष शादी करने की बात रखी गई। अब इसी वर्ष शादी है।
-गुलाबनगर निवासी उदयभान कटिया ने बताया कि पहले अगले वर्ष बेटी की शादी होनी थी। लेकिन 200 लोगों की छूट लागू होने पर शादी को नवंबर माह में दोनों पक्षों ने करने की योजना कर ली थी। कार्ड भी बंट चुके हैं। ऐसे में अब 100 लोगों को बुलाना बड़ी समस्या है।
शासन ने भेजी नई एसओपी
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि हॉल में क्षमता का 50 प्रतिशत या अधिकतम 100 लोग जबकि खुले मैदान में क्षमता का 40 फीसद से कम लोगों की अनुमति होगी। शासन से नई एसओपी आ चुकी है।