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लोकसभा चुनाव 2019: भाजपा की पहली सूची में पीलीभीत सीट से मेनका गांधी का नाम न होने से बेचैनी बढ़ी

भारतीय जनता पार्टी आलाकमान की ओर से पीलीभीत सीट पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं करने से भाजपाइयों में बेचैनी बढ़ी है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 02:17 PM (IST)Updated: Sun, 24 Mar 2019 12:44 PM (IST)
लोकसभा चुनाव 2019: भाजपा की पहली सूची में पीलीभीत सीट से मेनका गांधी का नाम न होने से बेचैनी बढ़ी
लोकसभा चुनाव 2019: भाजपा की पहली सूची में पीलीभीत सीट से मेनका गांधी का नाम न होने से बेचैनी बढ़ी

जेएनएन, चुनाव डेस्क : भारतीय जनता पार्टी आलाकमान की ओर से पीलीभीत सीट पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं करने से भाजपाइयों में बेचैनी बढ़ी है। इसके पीछे चाहे जो वजह हो, लेकिन इन हालात ने तमाम चर्चाएं शुरू कर दीं। ऐसा तब हुआ है, जबकि कुछ दिन पहले बाहरी व स्थानीय को मुद्दा बनाकर तीन विधायकों ने आवाज उठाई थी।

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भाजपा ने पहली ही सूची में मंडल के चार जिलों में प्रत्याशी घोषित कर दिए मगर पीलीभीत पर किसी नाम का एलान नहीं किया। पिछले तीन दशक से प्रतिनिधित्व करने के कारण पीलीभीत संसदीय क्षेत्र को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी की परपंरागत सीट माना जाता रहा है। केंद्रीय मंत्री छह बार तथा उनके पुत्र वरुण गांधी एक बार पीलीभीत से सांसद चुने जा चुके हैं। कुछ महीने से केंद्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी के किसी अन्य क्षेत्र से चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच पीलीभीत सीट से उनके पुत्र वरुण गांधी के चुनावी समर में उतरने की चर्चा चल रही है। इस बीच विगत रविवार को तीन विधायक रामसरन वर्मा बीसलपुर, किशनलाल राजपूत बरखेड़ा, छत्रपाल गंगवार बहेड़ी, पूर्व मंत्री डॉ. विनोद तिवारी, ब्रज क्षेत्र के उपाध्यक्ष सुरेश गंगवार, विजय गंगवार आदि ने प्रेस कांफ्रेंस कर पीलीभीत सीट से स्थानीय नेता को उम्मीदवार बनाने की मांग पुरजोर ढंग से उठाई थी। भाजपा में यह पहला मौका है जब बाहरी-स्थानीय मुद्दा उठाया गया हो। इन नेताओं ने बगैर नाम लिए केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी पर ही निशाना साधा था। इन नेताओं ने लखनऊ और दिल्ली का भी रुख कर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने भी अपनी बात को प्रभावी तरीके से रखा था। इधर, गुरुवार की शाम भाजपा आलाकमान ने मंडल में पीलीभीत को छोड़ बाकी सभी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। जिस कारण पीलीभीत को लेकर असमंजस बरकरार बना हुआ है।

दिल्ली में फिर डेरा डाला

भाजपा में स्थानीय बाहरी का मुद्दा उठाने वालों में से एक पूर्व मंत्री डॉ. विनोद तिवारी ने शुक्रवार को फिर दिल्ली का रुख किया है। जबकि तीनों विधायक अपने अपने क्षेत्रों में मौजूद हैं। पूर्व मंत्री डॉ. तिवारी ने जागरण को फोन पर बताया कि वह दिल्ली पहुंच गए हैं।

पार्टी संगठन ही सवरेपरि

बरखेड़ा क्षेत्र के विधायक किशनलाल राजपूत ने बताया कि वह क्षेत्र में हैं। टिकट के मामले पर पार्टी संगठन जो निर्णय करेगा, उसका पालन करेंगे।

जल्द होगा एलान

पार्टी जिलाध्यक्ष का कहना है कि अभी बृजक्षेत्र के कुछ और टिकट बाकी रह गए हैं। शनिवार तक पीलीभीत के टिकट का एलान हो जाएगा।


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