महिला के लिए आरक्षित क्षेत्र पंचायत सदस्य की सीट पर जीत गया पुरुष, जानें कैसे खुला गड़बड़झाला
क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) पद पर महिला के लिए आरक्षित सीट पर एक पुरुष ने नामांकन करा लिया। चुनाव कर्मियों ने उसके पर्चे को निरस्त नहीं किया। महिला सीट पर पुरुष प्रत्याशी ने पूरा चुनाव लड़ा और जीत भी गया। गड़बड़ियों का ये पुलिंदा शिकायत के बाद खुला।
बरेली, जेएनएन। क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) पद पर महिला के लिए आरक्षित सीट पर एक पुरुष ने नामांकन करा लिया। चुनाव कर्मियों ने उसके पर्चे को निरस्त नहीं किया। महिला सीट पर पुरुष प्रत्याशी ने पूरा चुनाव लड़ा और जीत भी गया। गड़बड़ियों का ये पुलिंदा चुनाव हारने वाली महिला प्रत्याशी के पति की शिकायत के बाद खुला। चुनाव आयोग तक मामला पहुंच गया। हारे हुए प्रत्याशी चुनाव निरस्त कराने की मांग कर रहे हैंं। वहींं एसडीएम नवाबगंज ने संवेदनशील मामले में जांच बैठा दी है।
सतुईया खुर्द गांव के वार्ड 16 के क्षेत्र पंचायत सदस्य की सीट महिला के लिए आरक्षित थी। जिस पर कृष्ण अवतार की पत्नी मिथलेश कुमारी, महेशचन्द्र की पत्नी सूरजमुखी, सूरजपाल की पत्नी मीरा देवी, सलीम हुसैन की पत्नी जीनत बानो, हुकुम सिंह की पत्नी राजो, मुजीबुल हसन की पत्नी फूल बानो के साथ ही ख्याली सिंह पुत्र हुलासी ने नामांकन कराया। ये गड़बड़ी शुरुआती स्तर पर ही हुई। नामांकन पत्रों की जांच में ख्याली सिंह के पर्चें को वैध करार दिया गया। जबकि महिला सीट पर पुरुष पर्चा नहीं भर सकता था। इसके बाद दौर प्रचार का चला।
15 अप्रैल तक वोट मांगे, फिर 24 वोट से जीते भी : महिला सीट पर ख्याली सिंह ने प्रचार किया। फिर 15 अप्रैल को महिला प्रत्याशियों के खिलाफ मतदाताओं से अपने पक्ष में वोट देने की अपील भी करते रहे। दो मई को हुई मतगणना में ख्याली सिंह प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी मिथलेश कुमारी से 24 वोटों से जीत गया। ख्याली को 271, जबकि मिथलेश कुमारी को 247 वोट मिले थे।
सदस्यों की खरीद फरोख्त शुरू होने के बाद कृष्ण ने की शिकायत : अब ब्लॉक प्रमुख के चुनाव से पहले शुरू हुए सदस्यों के खरीद फरोख्त शुरू होने के बाद मिथलेश के पति कृष्ण अवतार को सीट महिला आरक्षित होने की जानकारी होने की बात कही। यहां सदस्यों के लिए एक-एक लाख रुपये देने की चर्चा रही। इसके बाद उन्होंने चुनाव आयोग व डीएम को शिकायती पत्र भेजकर चुनाव निरस्त करने की मांग की है। उनका आरोप है कि चुनाव कर्मियों से साठगांठ के चलते उसका पर्चा खारिज नहीं किया गया था।
पर्चा दाखिल होने के बाद पकड़ी जानी थी गड़बड़ी : 1457 क्षेत्र पंचायत सदस्यों के पर्चो को जांच में ही मामला पकड़ा जाना चाहिए था। आरओ की जिम्मेदारी होती है, लेकिन जांच में स्पष्ट होगा कि चूक किस स्तर पर हुई है। एसडीएम नवाबगंज वेद प्रकाश ने पूरे मामले में जांच बैठाई है। जांच पूरी होने के बाद ही विधिक कार्रवाई होनी है।
क्या कहते हैं जीते हुए बीडीसी प्रत्याशी : क्षेत्र पंचायत सदस्य ख्याली सिंह ने बताया कि सीट महिला के लिए आरक्षित नहीं थी। जनरल सीट थी। जिस पर मैंने चुनाव लड़ा था। जनरल सीट पर कोई भी चुनाव लड़ सकता है। मैं ये भी पूछना चाहूंगा कि अब तक शिकायत क्यों नहीं की गई।
क्या कहते है अधिकारी : आरओ रणधीर सिंह ने बताया कि संजय आर्य नवाबगंज में आरओ के पद पर तैनात थे। उन्हें हटाने के बाद काउंटिंग से दो दिन पहले मुझे लगाया गया था। मैंने काउंटिंग कराई थी। इसलिए मुझे आरक्षण की जानकारी नहीं है। मामले की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।एसडीएम वेद प्रकाश ने बताया कि आरओ के माध्यम से जांच करवाई जा रही है। अगर जांच में पुष्टि होती है तो विधिक कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी। जो सही प्रत्याशी होगा उसी को सर्टिफिकेट दिया जाएगा।