एलएलबी, एलएलएम की परीक्षाएं 28 अगस्त से कराने की तैयारी
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने यूजी और पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षाओं की तारीख तय करने के बाद अब सेमेस्टर परीक्षाओं की भी तैयारी शुरू कर दी है। एलएलबी और एलएलएम अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 2
बरेली, जेएनएन: महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने यूजी और पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षाओं की तारीख तय करने के बाद अब सेमेस्टर परीक्षाओं की भी तैयारी शुरू कर दी है। एलएलबी और एलएलएम अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 28 अगस्त से शुरू कराई जा सकती हैं। इसको लेकर जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम तय किया जाएगा।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध 38 कॉलेजों में विधि कोर्स संचालित हैं। इनकी परीक्षाएं हर साल मई में आयोजित कराते हुए जून के अंत तक नतीजे भी आ जाते हैं, लेकिन इस साल कोरोना की वजह से परीक्षाओं की व्यवस्था बेपटरी चल रही है। शासन के निर्देश पर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने के लिए विश्वविद्यालय ने कमेटी बनाई थी। विश्वविद्यालय के विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह के मुताबिक कमेटी ने जो सुझाव दिए, उसके अनुसार एलएलबी थ्री इयर के छठे और पांच इयर के 10वें सेमेस्टर और एलएलएम के चौथे सेमेस्टर की लिखित परीक्षाएं 28 अगस्त से कराई जा सकती हैं। इनमें करीब 16 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे।
पांच अगस्त से प्रयोगात्मक परीक्षाएं
एलएलबी तीन व पांच वर्षीय पाठ्यक्रम और एलएलएम चौथे सेमेस्टर की प्रयोगात्मक परीक्षाओं की शुरुआत अगस्त के पहले सप्ताह से हो जाएगी। 20 अगस्त तक सभी प्रयोगात्मक परीक्षाएं खत्म करनी होंगी। इसका कार्यक्रम भी जल्द तय हो जाएगा। प्रैक्टिकल के लिए छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय अथवा अपने कॉलेज में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पहुंचना होगा। विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह ने बताया कि बाकी सेमेस्टर के स्टूडेंट्स को असाइनमेंट और पिछले सेमेस्टर के अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा। जिनके बैक पेपर क्लीयर नहीं होंगे, उन्हें एक आखिरी मौका भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीएड, एमएड, बीबीए, एमसीए, एमएसडब्ल्यू और बीटेक की सेमेस्टर परीक्षाओं का कार्यक्रम भी परीक्षा समिति से मुहर लगने के बाद जारी हो जाएगा।
शरीर का तापमान ज्यादा होने पर नहीं दे पाएंगे परीक्षा
कोरेाना महामारी के दौरान अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने के लिए काफी सावधानी बरतनी होगी। विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र पर निर्देश में लिखा जाएगा कि मास्क लगाकर, खुद को सैनिटाइज करके और अपना तापमान चेक करके आना है। सेंटर पर भी इसकी जांच होगी। जिसका तापमान ज्यादा होगा, उसे वापस कर दिया जाएगा। हालांकि उन्हें विश्वविद्यालय बाद में परीक्षा का मौका देगा।