प्रिया और निकिता से सीखें दिवाली की खुशियां जरूरतमंदों में बांटना Bareilly News
यह निराश चेहरों पर मुस्कान बिखेरने का वक्त है। पर्व के इस मकसद और रोशनियों के बीच छिपे संदेश को बखूबी समझा दो नन्ही-मुन्नी बेटियों प्रिया कुशवाह और निकिता सिंह ने।
बरेली, [शशांक अग्रवाल] : दीपावली एक त्योहार भर नहीं है, बल्कि जरूरतमंदों में खुशियां बांटने का अवसर है। निराश चेहरों पर मुस्कान बिखेरने का वक्त है। पर्व के इस मकसद और रोशनियों के बीच छिपे संदेश को बखूबी समझा दो नन्ही-मुन्नी बेटियों प्रिया कुशवाह और निकिता सिंह ने। प्रिया तो तीसरी कक्षा में पढ़ती है। दोनों ने दूसरों के जीवन का अंधेरा दूर करने को अपना उद्देश्य बना लिया।
इज्जतनगर की बसंत विहार निवासी प्रिया केंद्रीय विद्यालय एयरफोर्स में पढ़ती है। हर साल परिवार, हमउम्र बच्चों के साथ दिवाली मनाती थी। इस बार स्कूल में इको फ्रेंडली दीपावली मानने को कहा गया। प्रिया ने भी तय किया कि पटाखे चलाने के बजाय जरूरतमंद बच्चों के साथ खुशियां मनाएगी। प्रिया को इस काम में मिला कन्या भूड़ इंटर कॉलेज में 12वीं की छात्र निकिता सिंह का साथ मिला। माता-पिता ने भी उत्साह बढ़ाया। शनिवार शाम को प्रिया और निकिता कुदेशिया फाटक स्थित मलिन बस्ती पहुंचीं। गरीब बच्चों को फल, मिठाई और पटाखे बांटे।
सोशल मीडिया पर भी प्रेरित कर रहीं
प्रिया और निकिता निकिता लोगों को जागरूक कर रही हैं। निकिता ने सोशल मीडिया के माध्यम से एक ग्रुप बनाया है जो इको फ्रेंडली दीपावली मनाने का संदेश देता है।
माता-पिता का मिला सहयोग
प्रिया ने घर में सबसे पहले मां संध्या कुश्वाह को इको फ्रेंडली दीपावली मनाने की जानकारी दी। पिता वीर बहादुर ने प्रिया की उम्मीद की सराहना करते हुए गरीब बच्चों को समान बंटाने में सहयोग किया।