बरेली मंडल में भी अवैध शराब का बड़ा कारोबार, यहां तो पूरे गांव में ही बनती है शराब
बुलंदशहर शराब कांड के बाद सीएम योगी ने आबकारी अधिकारियों पर गाज गिरा दी है। उसके बाद भी आबकारी विभाग इस अवैध कारोबार पर कार्रवाई को लेकर शुक्रवार को नहीं चेते। प्रदेश में जहां दिन भर अवैध शराब से हुई मौत को लेकर चर्चा रही।
बरेली, जेएनएन। बुलंदशहर शराब कांड के बाद सीएम योगी ने आबकारी अधिकारियों पर गाज गिरा दी है। उसके बाद भी आबकारी विभाग इस अवैध कारोबार पर कार्रवाई को लेकर शुक्रवार को नहीं चेते। प्रदेश में जहां दिन भर अवैध शराब से हुई मौत को लेकर चर्चा रही। घटना के बाद प्रदेश भर में आबकारी अधिकारी अवैध शराब पर कार्रवाई करते नजर आए लेकिन यहां के अधिकारी ठंडे पड़े रहे। वह भी तब जब बरेली पुलिस ने एक साल में करीब दो हजार से अधिक अवैध शराब के मुकदमे बरेली में दर्ज कर शराब तस्करों पर कार्रवाई की।
जिले की बात करें तो सबसे बड़े अवैध देशी शराब बनाने का काम भोजीपुरा का कंचनपुर गांव है। पूरा गांव अवैध देशी शराब बनाने का काम करता है। शराब बनाने वालों का खौफ कहें या आबकारी विभाग की मिली भगत सेपिछले एक साल में एक बार भी आबकारी पुलिस इस गांव पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसी तरह फरीदपुर, नवाबगंज, आंवला, मीरगंज, शाही, भमौरा समेत कई अन्य जगहों पर देशी शराब बनाने का बड़ा कारोबार है।
उसके बाद भी आबकारी विभाग इनके खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं करता। पिछले एक साल में स्थनीय पुलिस द्वारा इन अवैध शराब कारोबारियों पर कार्रवाई करती है। हालांकि भोजीपुरा पुलिस की बात करें तो कंचनपुर के शराब माफियाओं का इतना खौप है कि पुलिस गांव जाकर कभी कार्रवाई नहीं करती।
न बेचने की शपथ लेने के बाद भी बेच रहे शराब
फरीदपुर क्षेत्र में अवैध शराब बेचने वाले माफियाओं के खिलाफ कुछ महीने पहले तत्कालीन सीओ आइपीएस कुमार अभिमन्यू ने अभियान चलाया था। सभी को शराब न बेचने व बनाने की शपथ दिलाई थी। इसके बाद भी फरीदपुर में अवैध शराब बनाने का बड़ा कारोबार है।
रेंज में सबसे अधिक शाहजहांपुर ने की कार्रवाई
मंडल में अवैध शराब पर कार्रवाई की बात करें तो 4562 मुकदमे के साथ शाहजहांपुर पुलिस ने अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई की है। उसके बाद 2183 कार्रवाई के साथ बरेली दूसरे तो 1510 मुकदमे के साथ बदायूं तीसरे नंबर पर ताो1460 मुकदमे के साथ पीलीभीत चौथे स्थान पर रहा।