Primary Education : पहले लगाया शिक्षिका पर आरोप अब पलायन करने की दी धमकी Bareilly News
प्राइमरी स्कूल में अनुसूचित जाति की छात्रा को अन्य बच्चाें से अलग बैठाने व धूप में मुर्गा बनाने के मामले में परिजनों ने पलायन करने की धमकी दी है। जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया।
जेएनएन, बरेली : प्राइमरी स्कूल में अनुसूचित जाति की छात्रा को अन्य बच्चाें से अलग बैठाने व धूप में मुर्गा बनाने के मामले में परिजनों ने पलायन करने की धमकी दी है। जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया। बहुजन समाज पार्टी के नेताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर आरोपित शिक्षिका के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है । पुलिस की मानें तो जांच में छात्रा और परिजनों के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है।
सुनवाई न करने का लगाया आरोप
गांव अभयराजपुर में अनुसूचित जाति के राजेशपाल की बेटी गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार की छात्र है। छात्रा के पिता का आरोप था कि शनिवार को उनकी बेटी कक्षा में अन्य बच्चों के साथ बैठी थी। तभी शिक्षिका संध्या शर्मा ने उसे अनुसूचित जाति का होने के कारण बाल पकड़कर दूसरे बच्चों के बीच से उठाया और अलग बिठा दिया। उसने इसका विरोध किया तो शिक्षिका ने उसे धूप में काफी देर तक मुर्गा बनाया। शिक्षिका के खिलाफ तहरीर दी, लेकिन पुलिस उनकी बात नहीं सुन रही है।
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, की मांग
इस विद्यालय में उनकी बेटी के साथ ही उनके दो बेटे भी कक्षा एक में पढ़ रहे हैं। शिक्षिका के डर के कारण बच्चे सोमवार को भी स्कूल नहीं गए। राजेश के पास इतने रुपये नहीं हैं कि वे बच्चों को निजी स्कूल में पढ़ा सकें। इस मामले को लेकर बसपा के मुख्य जोन इंचार्ज जगदीश प्रसाद, जोन इंचार्ज नरेंद्र सागर और जिलाध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह साेमवार को एडीएम सिटी से मिले। ज्ञापन सौंपकर मामले में शिक्षिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उधर, खंड शिक्षा अधिकारी विवेक शर्मा व एसएसआइ वीरेंद्र राणा ने विद्यालय पहुंच कर जांच की। इस दौरान एसएसआइ ने पीड़ित छात्र को विद्यालय बुलाकर उसके सामने विद्यालय के अन्य बच्चों से पूछताछ की।
सहपाठियों ने आरोपो से किया इन्कार
सहपाठियों ने छात्र को अलग बिठाने व उसे मुर्गा बनाने की बात से इन्कार कर दिया। बाद में ग्रामीणों और छात्र के परिजनों के भी बयान दर्ज किए गए। पुलिस की जांच से छात्र के परिजन संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि गांव में उनकी बिरादरी के मात्र तीन ही परिवार रहते हैं। जिस कारण उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। एसएसआइ वीरेंद्र सिंह राणा ने बताया कि मामले की जांच की है। शिक्षिका पर लगाए गए आरोप झूठे पाए गए हैं।
विद्यालय पहुंच कर जांच की है। शिक्षिका व बच्चों के बयान दर्ज कर लिए हैं। छात्र और उसके माता-पिता के बयान दर्ज नहीं हो सके हैं। शीघ्र ही जांच पूरी कर रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी जाएगी। -विवेक शर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी भदपुरा।