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जानिये क्यों बरेली का पशुपालन विभाग गोवंश के लिए तलाश कर रहा जूट के बोरे, क्या होगा इन बोरोंं का

Bareilly Animal Husbandry Department शासन के निर्देश पर गोशालाओं के लिए जूट बोरियों की तलाश करना पशुपालन विभाग ने शुरू कर दिया है। काफी प्रयास के बाद भी नहीं मिलने पर आपूर्ति विभाग से मदद मांगी गई है। विभाग जूट के बोरों से झूल बनाने का काम करेगा।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sat, 27 Nov 2021 05:30 PM (IST)Updated: Sat, 27 Nov 2021 05:30 PM (IST)
जानिये क्यों बरेली का पशुपालन विभाग गोवंश के लिए तलाश कर रहा जूट के बोरे, क्या होगा इन बोरोंं का
बरेली में 21 अस्थाई गोशालाओं में करीब 500 गोवंश संरक्षित हैं।

बरेली, जेएनएन। Bareilly Animal Husbandry Department : शासन के निर्देश पर गोशालाओं के लिए जूट बोरियों की तलाश करना पशुपालन विभाग ने शुरू कर दिया है। काफी प्रयास के बाद भी नहीं मिलने पर आपूर्ति विभाग से मदद मांगी गई है। विभाग जूट के बोरों के मिलने पर गोशाला में इससे झूल बनाने का काम करेगा। जिला स्तर पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी गोशालाओं को झूल को जूट बोरियों की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए हैं। बरेली में 21 अस्थाई गोशालाओं में करीब 500 गोवंश संरक्षित हैं। गोशालाओं में संरक्षित गोवंश को सर्दियों की ठंड से बचाने के लिए उन्हें विशेष कोट पहनाए जाएंगे।

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साथ ही जूटे के बोरों की झूल तैयार कि जाएगी। राज्य के पशुपालन विभाग ने विभिन्न जिलों में पशु चिकित्सा अधिकारियों से कहा है कि वे सर्दियों के महीनों के गोशालाओं में गायों के लिए उचित व्यवस्था करें। अधिकारी गायों के लिए जूट के बोरे से बने कोट की व्यवस्था कर रहे हैं, जिससे गायों को ठंड नहीं लगेगी। इसके लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. ललित कुमार ने अपने स्तर से काफी जूट के बोरों की व्यवस्था किए जाने के बाद भी इनकी कमी होने पर जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह से सहयोग मांगा है। पशु चिकित्साधिकारी के मुताबिक मिलने वाले जूट के बोरों से गायों के लिए कोट बनाने के साथ ही झूल बनाई जाएगी। साथ ही गोवंश के बैठने वाले स्थान पर पराली डाली जाएगी। जिससे उन्हें बैठने में भी कोई दिक्कत न हो।

बिना सूचना दिए धरने पर पहुंचे शिक्षकों को मिला नोटिस : स्कूल में बिना किसी सूचना के धरने में शामिल होने पहुंचे शिक्षकों से शुक्रवार को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने नोटिस भेजकर सोमवार तक स्पष्टीकरण मांगा है। संतुष्ट जवाब न मिलने पर शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं जिन शिक्षकों का कहना है कि वे जानकारी देकर धरने में पहुंचे उन्हें सबूत के साथ विभाग में पहुंचने के निर्देश दिए। दरअसल, गुरुवार को सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में एक धरने में शामिल होने के लिए शिक्षक स्कूल में छात्राें को छोड़कर वहां पहुंचे और पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

अगले दिन जब इसकी जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी को हुई तो उन्होंने छात्रों के भविष्य को देख मामले को गंभीरता से लिया और शिक्षकों से सोमवार तक स्पष्टीकरण देने के लिए कहा। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी विनय कुमार ने कहा कि स्कूल में व्यवस्थाएं बनी रहें, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होता रहे इसके लिए विभाग की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है। लेकिन, अगर इसके बाद भी कोई अनुशासन नहीं दिखाया तो निश्चित कार्रवाई का पात्र होगा।


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