Corona Effect : जानिए पल्स ऑक्सीमीटर के सस्ते होने का अर्थशास्त्र
लॉकडाउन और फिर अनलॉक में पल्स ऑक्सीमीटर की मांग ऐसी बढ़ी कि कीमतें आसमान छूने लगी। कंपनी बनाती कम थी इसलिए बाजार में हुई सॉर्टेज का पूरा फायदा दुकानदारों ने उठाया।
बरेली, जेएनएन। लॉकडाउन और फिर अनलॉक में पल्स ऑक्सीमीटर की मांग ऐसी बढ़ी कि कीमतें आसमान छूने लगी। कंपनी बनाती कम थी, इसलिए बाजार में हुई सॉर्टेज का पूरा फायदा दुकानदारों ने उठाया। थोक से लेकर फुटकर दुकानदारों ने सर्जिकल आइटम मुंहमांगे दामों पर बेचे। लेकिन दवा बाजार में दो दिन पहले पल्स आक्सीमीटर की कीमतों ने फिर करवट ली है। अचानक आई दामों की गिरावट से नया अर्थशास्त्र भी सामने आया है। अचानक बाजार में पल्स ऑक्सीमीटर के दाम में गिरावट आ गई है। यह दीगर है कि मांग पहले की तरह आसमान छू रही है। कारोबारी मानते हैं कि ऐसा मैन्युफैक्चङ्क्षरग अधिक होने से हुआ है। सर्जिकल आइटम में पल्स आक्सीमीटर पहले सात दिन में एक या दो बिकते थे। ज्यादातर खपत अस्पतालों में होती थी। लेकिन कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद फुटकर दुकानों पर एक दिन में सात से आठ बिक रहे हैं।
बाजार के पुराने रेट
थोक बाजार व फुटकर बाजार
चाइनीज कंपनी 1200 व 1500-2000
घरेलू कंपनी 1500 व 2500-3000
बाजार के नये रेट
थोक बाजार व फुटकर बाजार
चाइनीज कंपनी 600 व 800-1000
घरेलू कंपनी 1200 व 1800-2000
ब्लड फ्लो, आक्सीजन स्तर बताती है छोटी सी डिवाइस पल्स ऑक्सीमीटर क्लिप जैसी एक छोटी-सी डिवाइस होती है। यह डिवाइस मरीज के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर और खून का प्रवाह जांचने का काम करती है। मरीज को यह डिवाइस ऑन करने के बाद अपनी उंगली इस डिवाइस के अंदर रखनी होती है। यह मरीज के शरीर में ऑक्सीजन स्तर और ब्लड फ्लो से संबंधित जानकारियां दे देती है। मरीज को करीब 6 से 12 सेकंड्स के लिए अपनी उंगली इस डिवाइस के अंदर रखकर ही अपनी सेहत का हाल पता चल जाता है। 90 से नीचे आक्सीजन, यानी खतरा पल्स ऑक्सिमीटर्स देते समय मरीजों को यह समझा दिया जाता है कि यदि आपका ऑक्सीजन स्तर 90 या इससे नीचे चला जाता है। तो आपको तुरंत अस्पताल में सूचित करना है। ताकि आपको ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा सके। क्योंकि यदि शरीर में ऑक्सीजन का स्तर इससे नीचे जाता है तो व्यक्ति की जान पर खतरा मंडराने लगता है।
ड्रग इंस्पेक्टरों ने पिछले एक हफ्ते में लगातार अभियान चलाया है। पल्स आक्सीमीटर की कालाबाजारी और ओवररेङ्क्षटग नहीं होने दी जाएगी। दाम घटना एक अच्छा संकेत हैं। - संजय कुमार, ड्रग आयुक्त बरेली मंडल
चायनीज के साथ अमेरिका की मैन्युफैक्चङ्क्षरग वाला पल्स आक्सीमीटर भी बाजार में आया हुआ है। इनके थोक के दाम आधे हो चुके हैं। इसलिए फुटकर में भी सस्ता बिकेगा। - दुर्गेश खटवानी, केमिस्ट एसोसिएशन
दामों का यह बदलाव पिछले दो दिन में आया है। पहली बार हुआ है कि मांग पहले की तरह बनी हुई है, लेकिन दाम कम हुए। यह कंपनी द्वारा सप्लाई अधिक करने की वजह से हुआ है। - राजेश ओबराय, केमिस्ट एसोसिएशन